SAMASTIPUR - देश के पहले राष्ट्रपति और कृषि मंत्री की जयंती के मौके आज बिहार के इकलौते डा. राजेंद्र प्रसाद सेंट्रल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी का स्थापना दिवस मनाया गया। इस दौरान कुलसचिव मृत्युंजय कुमार ने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि कुलपति डॉक्टर पीएस पांडेय के नेतृत्व में यूनिवर्सिटी डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद के सपनों को पूरा करने की दिशा में लगातार काम कर रहा है।
दो सालों में बनाए कई रिकॉर्ड
कुलसचिव ने अपने संबोधन में बताया कि पिछले दो साल में विश्वविद्यालय 52वें रैंक से 7वां रैंक हासिल किया है। इसके अतिरिक्त 2 सालों में 11 पेटेंट और 10 नये प्रभेद जारी किये गये हैं, जो कि एक रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि डिजिटल एग्रीकल्चर के क्षेत्र में यूनिवर्सिटी देश को नई राह दिखा रहा है।
ड्रोन पायलट की दी गई ट्रेनिंग
नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि देश के की राज्यों के लोगों को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दी गई है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास में वैज्ञानिकों के अतिरिक्त सभी कर्मचारियों की अहम भूमिका है।
डीन इंजीनियरिंग बोले- राजेंद्र बाबू से प्रेरणा लेकर काम करना चाहिए
डीन इंजीनियरिंग डॉ राम सुरेश वर्मा ने कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि राजेन्द्र बाबू के व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर हम सबको मिलकर विश्वविद्यालय के विकास में कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सब अपना काम ईमानदारी से करेंगे, वही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
निदेशक छात्र कल्याण डॉ रमन त्रिवेदी ने सभी उपस्थित लोगों को बधाई दी और विश्वविद्यालय के विकास में पूर्व वैज्ञानिकों के योगदान को याद किया।
कार्यक्रम का आयोजन एस्टेट आफिसर डॉ सी के झा के द्वारा किया गया था। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए डॉ झा ने कहा कि राजेन्द्र बाबू का देश के विकास में अहम योगदान है।