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BPSC Topper: बचपन में उठा पिता का साया, पार की मुश्किलें, मां के सपने को विनीत ने लगाया पंख, पाया 5वां रैक

BPSC Topper: मेहनत और लगन अगर सच्ची है तो फिर कुछ भी नामुमकिन नहीं होता। पिता का साया सिर से उठ गया। कई चुनौतियां आईं। लेकिन इस बेटे ने हिम्मत नहीं हारी।अपने जज्बा और मां की मेहनत की बदौलत विनीत आनंद ने मुकाम हासिल किया है।

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मुश्किलें पार कर विनीत आनंद ने पाया मुकाम - फोटो : Reporter

BPSC Topper: बीएससी की 69वीं परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। टॉप 10 की सूची में शेखपुरा में अपनी बहन के साथ रहने वाले विनीत आनंद ने टॉप फाइव में अपनी जगह बनाई है। रिजल्ट आने के साथ ही उनके परिवार में खुशी का माहौल है और बधाई का तांता लग गया है।

 मूल रूप से छपरा के पकड़ी गांव निवासी विनीत आनंद की प्रारंभिक पढ़ाई गांव से ही किया। 12वीं के बाद उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली में रहने लगे और वहीं से ही प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में जुट गए। इसके बाद बीएससी की 69 भी परीक्षा का रिजल्ट में टॉप 10 में पांचवा स्थान बनाया है। रिजल्ट मिलने के साथ ही उनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई जबकि उनकी मां की खुशी के मारे आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा है।

 विनीत आनंद के पिता फोज में थे उनकी मृत्यु 2002 में ही हो गई थी। तब से ही मां अपने बच्चों को बेहतर देखभाल कर बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराया और छोटी बेटी का चार साल पहले शेखपुरा में बेटी को दरोगा में पोस्टिंग मिलने के बाद शेखपुरा में ही पुरा परिवार किराये के मकान में रहते हैं।

इस संबंध में विनीत आनंद ने कहा कि दृढ़ इच्छा शक्ति से कुछ भी नामुमकिन नहीं है अपनों से दूर रहकर पढ़ाई पर ही फोकस किया जिसका नतीजा है कि बीपीएससी परीक्षा में उनका रिजल्ट बेहतर आया। गौरतलब है कि विनीत आनंद का पूरा परिवार शेखपुरा में रहता है , विनीत आनंद तीन बहन और एक भाई हैं उनकी छोटी  बहन नगर थाना में दरोगा है लिहाजा पूरा परिवार शेखपुरा में ही रहता है, शेखपुरा में ही छोटी बहन से बड़ी बहन शेखपुरा जिले में ही बीपीएस सी से सफलता हासिल की  है और शेखपुरा में ही शिक्षिका हैं। वही संबंध में दरोगा प्रीति कुमारी ने कहा कि यह ऐतिहासिक क्षण है और उनके लिए शेखपुरा लकी है।मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।

रिपोर्ट- दीपक कुमार

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