केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के लिए दिसंबर के पहले सप्ताह में प्री-बोर्ड परीक्षा की तिथियां जारी करने वाला है। सभी स्कूलों को यह छूट दी गई है कि वे अपने सुविधानुसार इन निर्धारित तारीखों के बीच परीक्षा का आयोजन कर सकते हैं। लेकिन, परीक्षा के अंक और प्रैक्टिकल मार्क्स एक निर्धारित तिथि तक बोर्ड को जमा करना अनिवार्य होगा। इस घोषणा के बाद शहर के स्कूलों में तैयारी तेज हो गई है, और प्री-बोर्ड परीक्षा की तैयारी को लेकर विद्यार्थियों में भी उत्साह है। वर्तमान में पटना के कई निजी स्कूलों में कक्षा 10वीं और 12वीं के 80 प्रतिशत सिलेबस को पूरा किया जा चुका है। बाकी सिलेबस को दिसंबर के पहले सप्ताह तक खत्म कर लिया जाएगा, जिसके बाद विद्यार्थियों के लिए रिवीजन क्लासेस शुरू की जाएंगी।
कम अंक पाने वाले विद्यार्थियों के लिए एक्सट्रा क्लास
प्री-बोर्ड परीक्षाओं के बाद, उन विद्यार्थियों के लिए एक्सट्रा क्लासेस आयोजित की जाएंगी, जो किसी भी विषय में अपेक्षित अंक नहीं ला पा रहे हैं। यह व्यवस्था विद्यार्थियों को उनके कमजोर विषयों में सुधार करने और बोर्ड परीक्षा से पहले आत्मविश्वास बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी। इन एक्सट्रा क्लासेस में अध्यापक छात्रों की कमजोरी पर ध्यान देंगे और हर संभव मदद करेंगे।
प्री-बोर्ड के मार्क्स जमा करना होगा अनिवार्य
CBSE द्वारा निर्धारित समयसीमा के अनुसार, सभी स्कूलों को प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक और प्रैक्टिकल परीक्षा के अंक बोर्ड को जमा करने होंगे। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विद्यार्थियों की तैयारियां समय पर पूरी हों और अंतिम बोर्ड परीक्षा के लिए उन्हें अच्छी तरह से तैयार किया जा सके।
प्री-बोर्ड के लिए शुरू हुआ तैयारी अभियान
प्री-बोर्ड परीक्षा की तारीखों की घोषणा के इंतजार के बीच कई स्कूलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। छात्र भी इस समय को गंभीरता से लेकर नियमित अध्ययन में जुट गए हैं। प्री-बोर्ड परीक्षाओं को बोर्ड परीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण तैयारी के रूप में देखा जा रहा है, जिससे छात्रों को अपनी पढ़ाई की स्थिति समझने में मदद मिलेगी और वे अपनी कमजोरियों पर काम कर सकेंगे। CBSE की यह पहल, छात्रों को बोर्ड परीक्षा से पहले एक मजबूत नींव प्रदान करने और उनके प्रदर्शन में सुधार करने में सहायक सिद्ध होगी