Bihar News: सूबे के सबसे बड़े अस्पताल में छात्र बनकर एक आरोपी बड़ा फर्जीवाड़ा कर रहा था। दरअसल, पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) के चाणक्य हॉस्टल के दूसरे तल्ले पर हुई आगजनी की घटना के बाद पुलिस को कई चौंकाने वाले सबूत मिले हैं। ये सबूत एक बड़े फर्जीवाड़े की ओर संकेत कर रहे हैं। ज्ञात हो कि मंगलवार को पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र के अशोक राज पथ स्थित पीएमसीएच के चाणक्य हॉस्टल के एक कमरे में आग लग गई। यह कमरा समस्तीपुर निवासी अजय कुमार का बताया जा रहा है, जिसने इसे अवैध रूप से कब्जा कर रखा था।
पुलिस को मिले अहम सबूत
मिली जानकारी अनुसार आग बुझाने के बाद पुलिस ने कमरे से कई अहम सबूत बरामद किए हैं जो बड़े फर्जीवाड़े का संकेत दे रहे है। पुलिस ने कमरे से 10 लाख रुपये के जले हुए नोट, नीट-यूजी के कई एडमिट कार्ड, एएनएमएमसीएच के एमबीबीएस परीक्षा की जली हुई ओएमआर शीट बरामद किया गया है। इन सामानों को पीएमसीएच परिसर में मौजूद टॉप प्रभारी शुभम ने जब्त किया है।
अवैध कब्जे और फर्जीवाड़े का मामला
अजय कुमार, जो पीजी पासआउट बताया जा रहा है, ने हॉस्टल के अन्य दो-तीन कमरों पर भी अवैध कब्जा कर रखा था। इसकी शिकायत हॉस्टल में रहने वाले छात्रों ने वार्डन से की थी। वार्डन की सूचना पर हॉस्टल अधीक्षक ने छह महीने पहले अजय को कमरा खाली करने का आदेश दिया था, लेकिन उसने आदेश की अनदेखी की। सूत्रों के अनुसार, अजय मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में फर्जी स्कॉलर बैठाकर मोटी रकम वसूलता था। वह नीट और अन्य मेडिकल परीक्षाओं में धांधली करने वाले गिरोह से जुड़ा हो सकता है।
आरोपी फरार, पुलिस की कार्रवाई जारी
फिलहाल आरोपी अजय फरार है। पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच में जुटी हुई है। हॉस्टल में अवैध गतिविधियों और सुरक्षा उपायों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इस घटना ने न केवल पीएमसीएच परिसर की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ाई हैं, बल्कि मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में हो रही धांधलियों पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं।
पटना से अनिल की रिपोर्ट