Bihar Crime News : IAS संजीव हंस और राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव की बढ़ी मुश्किलें, दोनों की पत्नियों को ईडी ने जारी किया समन

संजीव हंस और गुलाब यादव पर कई किस्म के गंभीर आरोप लगे हैं. इसमें मनी लॉन्डरिंग (काला धन को सफेद करना) सबसे प्रमुख है. दोनों पर आरोप है कि उन्होंने कई कम्पनियों को बेजा फायदा दिलाने के मकसद से उनके साथ अवैध डील की.

IAS Sanjeev Hans / RJD MLA Gulab Yadav
IAS Sanjeev Hans / RJD MLA Gulab Yadav- फोटो : Social Media

Bihar Crime News : आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार IAS संजीव हंस और राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ गई हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आईएएस संजीव हंस की पत्नी मोना हंस और राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव की पत्नी अंबिका गुलाब यादव को पूछताछ के लिए समन भेजा है. ईडी के समन में कहा गया है कि निदेशालय स्तर पर संजीव हंस और गुलाब यादव की संपति के संबंध में दोनों की पत्नियों से पूछताछ की जाएगी. यानी दोनों द्वारा अर्जित सम्पत्तियों का ब्यौरा उनकी पत्नियों से उगलवाया जायेगा. 


दरअसल, संजीव हंस और गुलाब यादव पर कई किस्म के गंभीर आरोप लगे हैं. इसमें मनी लॉन्डरिंग (काला धन को सफेद करना) सबसे प्रमुख है. दोनों पर आरोप है कि उन्होंने कई कम्पनियों को बेजा फायदा दिलाने के मकसद से उनके साथ  अवैध डील की. इसके एवज में संजीव हंस और गुलाब यादव को करोड़ों रुपए दिए गये. भ्रष्टाचार के इस मामले में दोनों ने कथित रूप से अकूत संपत्ति बनाई.


कुछ महीने पूर्व दोनों का नाम भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में आया. इसके बाद ईडी ने जाँच का शिकंजा कसा. प्रवर्तन निदेशालय ने इसी वर्ष 18 अक्टूबर को संजीव हंस, गुलाब यादव व दो अन्य को पटना और दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले चार महीने तक मनी लॉन्ड्रिंग की जांच चली थी. ईडी ने करीब चार महीने तक की जांच-पड़ताल में कई बार अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी भी की थी.


आईएएस संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव के करीबियों के ठिकानों पर ईडी ने रेड 90 लाख से अधिक कैश, 13 किलो चांदी की सिल्ली जब्त की थी. इनके ठिकानों पर कई बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक्स सबूत मिले थे. बता दें कि संजीव हंस वर्ष 1997 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. मूल रूप से पंजाब के रहने वाले हैं. संजीव हंस के पिता भी भारतीय प्रशासनिक सेवा में थे.