Bihar Khagaria News: बिहार के खगड़िया जिले में कानून व्यवस्था को लेकर एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। 50,000 के इनामी अपराधी संतोष यादव ने चौथम के पूर्व थानाध्यक्ष सत्यव्रत सिंह के विदाई समारोह में गुलदस्ता और शॉल भेंट किया। घटना के बाद पुलिस महकमे की कार्यशैली और अपराधियों के साथ संभावित सांठगांठ पर सवाल उठ रहे हैं।
विदाई समारोह के दौरान संतोष यादव, जो कई आपराधिक मामलों में वांछित है उसने थानाध्यक्ष सत्यव्रत सिंह को सम्मानित किया। यह वही अपराधी है, जिसके खिलाफ खुद सत्यव्रत सिंह ने सीसीए (बिहार अपराध नियंत्रण अधिनियम) लगाने की अनुशंसा की थी।
संतोष यादव एक इनामी अपराधी
संतोष यादव पर खगड़िया पुलिस ने 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया था। उसके खिलाफ कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
फिलहाल संतोष यादव मारपीट के एक मामले में जेल में है। 9 सितंबर 2024 को पूर्व थानाध्यक्ष सत्यव्रत सिंह ने एसपी को पत्र लिखकर सीसीए-03 के तहत कार्रवाई की अनुशंसा की थी। इसके बाद 26 सितंबर 2024 को एसपी चंदन कुमार कुशवाहा ने डीएम को पत्र भेजकर संतोष यादव के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया। संतोष यादव की आपराधिक गतिविधियों के कारण ग्रामीणों में भय व्याप्त था।
पुलिस और अपराधी का वीडियो वायरल
इस घटना का वीडियो पूर्व में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें सत्यव्रत सिंह अपराधी संतोष यादव से हाथ मिलाते और उसका अभिवादन स्वीकार करते नजर आते हैं। इससे पुलिस और अपराधियों के बीच सांठगांठ के आरोप लग रहे हैं। मामले के सामने आने के बाद एसपी चंदन कुमार कुशवाहा ने कहा इसकी जांच के लिए एसडीपीओ को जिम्मेदारी सौंपी गई है। रिपोर्ट आने तक इंतजार करें। पुलिस महकमे में यह मामला बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है। यह पहली बार नहीं है जब बिहार पुलिस और अपराधियों के बीच संबंधों की बात सामने आई है। यह घटना राज्य की कानून व्यवस्था की खामियों और पुलिस के संदिग्ध रवैये की ओर इशारा करती है।