Bihar News: गया के महकार थाना क्षेत्र में शनिवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। महाकाल थाने में तैनात एक चौकीदार के बेटे ने 5 वर्षीय बच्चे को पेट्रोल डालकर जलाने की कोशिश की। आरोप है कि यह घटना उस समय हुई जब बच्चे से गलती से दुकान का एक डब्बा गिर गया। बच्चे की इस छोटी सी गलती पर चौकीदार के बेटे ने उसे जान से मारने की कोशिश की।
घटना का विवरण
इस हमले में बच्चे का चेहरा और शरीर के अन्य हिस्से बुरी तरह जल गए। पीड़ित बच्चे को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां वह आईसीयू में इलाजरत है। बच्चे की पहचान महकार थाना के केवड़ी मुरारपुर टोला निवासी सुधीर कुमार के पुत्र रॉकी कुमार (5 वर्ष) के रूप में हुई है।
मां का बयान
बच्चे की मां अनिता देवी ने बताया कि उनका बेटा शुक्रवार दोपहर 12 बजे गांव के ही एक दुकान पर सामान लेने गया था। यह दुकान महकार थाने के चौकीदार की है। घटना के समय चौकीदार का बेटा दुकान पर मौजूद था। बच्चे और दुकानदार के बेटे के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद चौकीदार के बेटे ने दुकान में रखे पेट्रोल को बच्चे पर डालकर माचिस से आग लगा दी। वहां मौजूद लोगों ने किसी तरह आग बुझाई, लेकिन तब तक बच्चे का चेहरा और आंखें जल चुकी थीं।
थाने में शिकायत पर चौकीदार की धमकी
जब पीड़ित परिवार ने थाने में शिकायत की तो उन्हें पहले बच्चे का इलाज कराने की सलाह दी गई। परिजनों का कहना है कि चौकीदार का थाने में दबदबा है और वह ग्रामीणों को धमकाता रहता है। चौकीदार ने पीड़ित परिवार से कहा, "मुझे कुछ नहीं होगा, मैं पुलिस में हूं। जहां जाना है, जाओ।"
डॉक्टरों का बयान
अस्पताल के सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. एके झा सुमन ने बताया कि बच्चे को गंभीर अवस्था में भर्ती कराया गया था। उसका चेहरा और आंखें जली हुई हैं। फिलहाल बच्चे का इलाज इमरजेंसी आईसीयू में चल रहा है और उसकी हालत में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि स्वेलिंग कम होने के बाद नेत्र विभाग में जांच की जाएगी।
पुलिस का रवैया सवालों के घेरे में
इस घटना ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़ित परिवार को चौकीदार के दबदबे के कारण न्याय मिलने को लेकर चिंता है। स्थानीय लोगों और पीड़ित परिवार ने आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।