HOOCH TRAGEDY IN BIHAR : एक तरफ हाई कोर्ट ने शराबबंदी कानून पर नीतीश सरकार के विफल होने पर फटकार लगाया है तो दूसरी तरफ फिर जहरीली शराब से सीवान में मौत की सूचना मिल रही है. बिहार में जहरीली शराब से होने वाली मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला सिवान जिले के लकड़ी नबीगंज इलाके से सामने आया है, जहां तीन लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इन लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है.घटना को लेकर थाना प्रभारी अजित कुमार सिंह ने बताया कि 3 की मौत की सूचना मिली है. मामले की जांच की जा रही है कि कैसे मौत हुई है.
सीवान जिले के लकड़ी नबीगंज थाना क्षेत्र के नबीगंज से संदिग्ध परिस्थिति में दो लोगों को सीवान सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां ईलाज के क्रम में एक व्यक्ति की मौत हो गई है तो दूसरे की हालत गंभीर बनी हुई है मिली जानकारी के अनुसार जहरीली शराब ने एक बार फिर से कहर बरपाया है जहरीली शराब पीने से एक की मौत हो गई है तो दूसरे की तबियत बिगड़ गई है जिसने अपने आंख की रौशनी गवां दी है.
लकड़ी नबीगंज थाना क्षेत्र के लकड़ी के रहने वाले अमरजीत यादव की सीवान सदर अस्पताल में इलाज के क्रम में मौत हो गई है तो वहीं उमेश राय जिसे जहरीली शराब पीने से आंख से दिखाई नहीं दे रही. उसे बेहतर इलाज हेतु पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है. जहरीली शराब से आंखों की रौशनी गंवा चुके उमेश राय ने बताया कि बुधवार की देर शाम 50 रुपए वाला सादा शराब लेकर पिया था और कल बृहस्पतिवार को अचानक तबियत बिगड़ गई. उल्टी और पेट में दर्द होने लगा जिसे आज परिजनों द्वारा सीवान सदर में भर्ती कराया गया और प्राथमिक उपचार के बाद पटना रेफर कर दिया गया है.
लकड़ी नबी गंज थाना क्षेत्र के लकड़ी के रहने वाले मृतक अमरजीत यादव पिता प्रभु यादव की मौत हो गई है वहीं उमेश राय पिता मैनेजर राय को पटना रेफर किया गया है.
बता दे अक्टूबर में भी सिवान, छपरा और गोपालगंज जिलों में जहरीली शराब पीने से करीब 62 लोगों की मौत हो गई थी. हालांकि, अधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 37 मौतों की पुष्टि हुई थी.
पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है. पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि जहरीली शराब कहां से आई और इस मामले में कौन-कौन शामिल हैं.
बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद जहरीली शराब से होने वाली मौतों का सिलसिला लगातार जारी है यह घटना एक बार फिर शराबबंदी कानून की पोल खोल रही है. बिहार के भाग्य विधाता क्या यहीं है पूर्ण शराबबंदी?
सीवान से परवेज महमूद की रिपोर्ट