Human Hair Trafficking: डीआरआई ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नेपाल बॉर्डर से 80 लाख रुपये की कीमत के इंसानी बाल जब्त किए हैं। यह बाल चीन भेजे जाने के लिए तस्करी किए जा रहे थे।
क्या है पूरा मामला?
मधुबनी जिले के मधवापुर बॉर्डर पर डीआरआई ने एक ट्रक को रोका। ट्रक के तहखाने में 1680 किलोग्राम इंसानी बाल बरामद किए गए। यह बाल तिरुपति जैसे धार्मिक स्थलों से एकत्र किए गए थे और चीन में विग बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने थे।
क्यों होती है इंसानी बालों की तस्करी?
भारतीय इंसानी बालों की चीन में काफी मांग है। इन बालों से बने विग बहुत मजबूत और टिकाऊ होते हैं, इसलिए इनकी कीमत भी अधिक होती है। इसीलिए तस्कर इन बालों को चीन ले जाकर बेचते हैं।
कैसे पकड़े गए तस्कर?
डीआरआई को सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर बंगाल और बिहार से इंसानी बाल चीन ले जा रहे हैं। इस सूचना के आधार पर डीआरआई ने कार्रवाई की और ट्रक को जब्त कर लिया। इस मामले में तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
मधुबनी बॉर्डर पर सक्रिय तस्कर गिरोह
मधुबनी बॉर्डर पर तस्करों का एक सक्रिय गिरोह सक्रिय है। यह गिरोह कई बार एसएसबी पर भी हमला कर चुका है।
भारत से इंसानी बालों की तस्करी एक बड़ा कारोबार बन चुका है। इस कारोबार में कई लोग शामिल हैं और यह काफी संगठित तरीके से चलाया जाता है।