CHAPRA : जिले के मकेर थानाध्यक्ष रविरंजन सिंह को 32 लाख रुपए छीनने के मामले में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. लेकिन मंडल कारा पहुंचने से पहले ही उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में भर्ती किया गया है. जहां उनका इलाज चल रहा है. हालांकि इस संदर्भ में पूछे जाने पर की भी पदाधिकारी ने कुछ भी बताने से इनकार किया. वहीं सदर अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात महिला स्वास्थ्य कर्मी ने बताया कि थानाध्यक्ष को फिलहाल भर्ती किया गया है. इलाज जारी है. वहीं चालक होमगार्ड जवान अनिल कुमार सिंह अब तक पुलिस के गिरफ्त से अभी भी बाहर है.
बताते चलें की बिहार के सारण जिले में एक व्यक्ति की कार रोककर उससे 32 लाख रुपये छीनने के आरोप में शनिवार को दारोगा रविरंजन सिंह को गिरफ्तार किया गया था. वहीँ होमगार्ड अनिल कुमार भी कथित तौर पर अपराध में शामिल था, जो फरार है. पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने बताया कि SHO को निलंबित कर दिया गया है और उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गई है.
पीड़ित के मुताबिक वह दो बैग में 64 लाख रुपये लेकर जा रहा था. उसके वाहन को मकेर थाने के एक पुलिस वाहन ने रोका. एसपी ने बताया कि दो पुलिसकर्मियों ने उसके वाहन की जांच की और पूछा कि उसके पास शराब की बोतलें हैं या नहीं. शिकायत के अनुसार, पुलिसकर्मियों में से एक ने दोनों बैग पुलिस वाहन में रख लिए, लेकिन कुछ देर बाद उनमें से एक ने कुमार को एक बैग लौटा दिया और उसे मौके से चले जाने को कहा. एसपी ने मीडिया को बताया कि पुलिसकर्मी ने शिकायतकर्ता के खिलाफ शराबबंदी कानून के उल्लंघन का झूठा मामला दर्ज करने की धमकी भी दी.
छपरा से शशि की रिपोर्ट