PATNA - पटना के जेठूली में डेढ़ साल पहले हुए भयानक गोलीकांड में 4 लोगों की हत्या में शामिल मुख्य अभियुक्त उमेश राय को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एसआईटी की टीम लंबे समय से बिहार नेपाल की सीमा पर खाक छान रही थी। ऐसे में आखिरकार उसे मोतिहारी से गिरफ्तार करने में सफलता मिली। अब उमेश राय को फतुहा एसडीएपीओ निखिल कुमार को सुपुर्द कर दिया गया है। बता दें कि इस मामले में 26 लोग नामजद बनाए गये थे। जिसमें 15 लोगों की अब तक गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं 3 को नो कर्सिव,वहीं 8 फरार अभियुक्तों के घर पर कुर्की की करवाई कर चार्जशीट सौंपा गया है।
पुलिस ने बताया कि जांच में नाम सामने आने के बाद इस साल 20 फरवरी को उसके खिलाफ नदी थाने में केस दर्ज किया गया था। इसके बाद से वह फरार था। डीएसपी निखिल कुमार ने बताया कि आरोपी अक्सर नेपाल भाग जाता था। बहुत दिनों तक वहां छिपकर रहा। ह्यूमन इंटेलिजेंस और साइंटिफिक इन्वेस्टिगेशन के आधार पर नेपाल बॉर्डर के पास मोतिहारी में होने की सूचना मिली। जिसके बाद टीम ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के बाद खुद को बताया बेगुनाह
गिरफ्तारी के बाद उमेश राय ने कहा कि घटना वाले दिन शिवरात्रि था। घर पर रुद्राभिषेक चल रहा था। परिवार के सभी लोग पूजा में शामिल थे। मैं खुद पूजा पर बैठा था। इसी बीच दूसरे पक्ष के लोगों ने उपद्रव करना शुरू कर दिया। किसी से कुछ छिपा नहीं है। इस केस में मुझे और मेरे परिवार को फंसाया गया है। जितने लोगों का नाम इस केस से जोड़ा गया है, वो इसमें शामिल ही नहीं हैं। मैं मोतिहारी में अपने रिश्तेदार के यहां ठहरा था। वहीं से गिरफ्तारी हुई है।
चार लोगों ने गंवाई थी जान
8 मार्च 2023 को पार्किंग विवाद को लेकर जेठूली गांव में जमकर गोलीबारी हुई थी। इस दौरान पांच लोगों को गोली लगी थी, तीन लोगों की मौत हो गई थी। जबकि एक की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में आरोप था कि उमेश राय गुट के लोगों ने 50 राउंड से अधिक गोलियां चलाई थी। घटना से आक्रोशित लोगों ने आरोपी के घर, मैरिज हॉल और गाड़ियों को आगे के हवाले कर दिया था।
पटना से अनिल की रिपोर्ट