Education News: नीट यूजी 2024 में पेपर लीक और अन्य गड़बड़ियों के मुख्य कारण परीक्षा केंद्रों की लापरवाही मानी गई थी। इसे ध्यान में रखते हुए नीट यूजी 2025 के परीक्षा केंद्रों का चयन संबंधित जिलों के डीएम करेंगे। परीक्षाओं में हो रही गड़बड़ियों को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। डीएम के पहले निरीक्षण कर तब परीक्षा केंद्रों का चयन करते हैं।
तकनीकी और मेडिकल संस्थानों को प्राथमिकता
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने निर्देश दिया है कि परीक्षा केंद्रों के लिए आइआइटी, एनआइटी, ट्रीपलआइटी, सेंट्रल यूनिवर्सिटी, राज्य सरकार के कॉलेज, सरकारी तकनीकी कॉलेज, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल, एम्स और मेडिकल कॉलेजों को प्राथमिकता दी जाएगी। यदि किसी जिले में ये संस्थान उपलब्ध नहीं हैं, तो साफ-सुथरी छवि वाले स्कूलों और कॉलेजों को परीक्षा केंद्र के रूप में चुना जाएगा।
सख्त सुरक्षा व्यवस्था
एनटीए अधिकारियों ने बताया कि प्रश्नपत्रों और केंद्र की सुरक्षा के लिए पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी। सीसीटीवी कैमरों से हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। परीक्षा केंद्रों की वेरिफिकेशन प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इसके लिए एनटीए ने राज्यों के मुख्य सचिव, पुलिस प्रशासन, और जिलों के डीएम को पत्र भेजा है।
नीट यूजी 2025: वेरिफिकेशन प्रक्रिया जारी
2024 में बिहार के 35 शहरों में 180 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इनमें पटना में सबसे अधिक 68 केंद्र थे। इस बार भी इन शहरों के अधिक-से-अधिक स्कूलों और कॉलेजों का वेरिफिकेशन शुरू कर दिया गया है। नीट यूजी 2025 का आयोजन 4 मई को दोपहर 2 बजे से शाम 5:20 बजे तक होगा। एनटीए ने कहा कि पूर्णिया, खगड़िया, मधुबनी, सुपौल, सीवान, समस्तीपुर, रोहतास, गया, शेखपुरा, नालंदा, और नवादा के परीक्षा केंद्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इन जिलों में परीक्षा केंद्रों की गहन जांच होगी।
पिछले वर्ष का अनुभव
नीट यूजी 2024 में बिहार से 1.39 लाख छात्रों ने भाग लिया था। इस बार केंद्रों की सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए एनटीए ने सख्त कदम उठाए हैं।