Gaya Girl Alisha bose Succes Story: गया जैसे छोटे शहर से निकलकर बॉलीवुड में अपनी कला और मेहनत के दम पर नाम कमाने वाली अलीषा बोस आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। गया के चांदचौरा क्षेत्र में रहने वाली अलीषा ने बचपन से ही कला के क्षेत्र में रुचि दिखाई थी। अपने माता-पिता के साथ और संघर्ष के बल पर उन्होंने बॉलीवुड में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
बचपन में कला के प्रति रुचि और संघर्ष
अलीषा के बचपन से ही कला के प्रति गहरी रुचि थी। उनके माता-पिता, विशेष रूप से उनके पिता सागर सिन्हा, जो गया में ट्रैवल एजेंट का काम करते हैं। उन्होंने अपनी बेटी के सपनों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाई। अलीषा की मां, शिल्पी बोस, जो गृहिणी हैं, ने भी हर कदम पर उनका साथ दिया। हालांकि, अलीषा का बचपन मुफलिसी में बीता, लेकिन उन्होंने अपनी कला को कभी छोड़ा नहीं।
बॉलीवुड में अलीषा का संघर्ष और सफलता
फिल्मी बैकग्राउंड न होने के बावजूद, अलीषा ने बॉलीवुड में अपने लिए एक मजबूत पहचान बनाई। अलीषा ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में कैरियर बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा, लेकिन अपनी मेहनत और लगन से वह आगे बढ़ती गईं।
फिल्मों और म्यूजिक एल्बम में अलीषा का योगदान
अलीषा बोस ने कई फिल्मों में काम किया है, जिनमें प्रमुख रूप से सिम्बा, बत्ती गुल-मीटर चालू, और हाल ही में जेएनयू पर आधारित फिल्म जहांगीर यूनिवर्सिटी शामिल हैं। इसके अलावा, अलीषा के म्यूजिक एल्बम भी काफी लोकप्रिय हुए हैं, जैसे घघरिया, सरिया सरकता, मिर्चाई, जान ले ली जुदाई, और मां अम्बे।
टीवी सीरियल्स में अलीषा की धूम
अलीषा ने जी टीवी चैनल के भाग्य लक्ष्मी सीरियल में भी काम किया है। वर्तमान में, वह सन नियो चैनल पर प्रसारित हो रहे धारावाहिक साझा सिंदूर में धारा के किरदार से धूम मचा रही हैं। उनके इस किरदार ने दर्शकों का दिल जीत लिया है और उन्हें टेलीविजन पर भी खास पहचान मिली है।
छोटे शहर से निकलकर बॉलीवुड का सफर
अलीषा बोस ने अपनी मेहनत, प्रतिभा, और संघर्ष के बल पर गया जैसे छोटे शहर से निकलकर बॉलीवुड में अपनी एक मजबूत पहचान बनाई है। उनकी यह यात्रा उन सभी लोगों के लिए प्रेरणादायक है, जो अपने सपनों को सच करने का साहस रखते हैं।