अब इस थानेदार और महिला दारोगा में .....अनहोनी की आशंका से सहमा पुलिस महकमा! वरीय अधिकारी कर रहे पंचायती
Bihar Police: महज 2 दिनों के अन्तराल पर एक दरोगा ने ख़ुदकुशी कर ली वही दुसरे ने ख़ुदकुशी की कोशिश के तहत नसे काट ली इस झटके से गयाजी पुलिस महकमा अभी उबर भी नहीं पाई तभी एक और थानेदार और महिला दरोगा के बिच भयंकर खटास की ख़बर से विभाग सहम गया है

N4N डेस्क। गयाजी पुलिस विभाग वर्तमान समय में खाकीवालों द्वारा खुद ही जान देने की घटना से मर्माहत है.इसी बीच अब जिले में तैनात एक थानेदार और उसके मातहत महिला दारोगा के बीच के रिश्ते ने बेहद नाजुक मोड ले लिया है. दोनों की मानसिक हालत से अवगत वरीय अधिकारियों को अनहोनी की आशंका सता रही है. इस आपात हालत से निपटने के अधिकारियों के द्वारा कतिपय प्रयास भी किए जा रहे है. फिर भी अनहोनी की आशंका से अधिकारी सहने हुए है!
दरअसल हालात का तफसरा करे तो गयाजी जिले में बीते शुक्रवार यानी 8 अगस्त को अनुज कश्यप की डेडबॉडी उनके किराए के मकान में मिली थी. अनुज गयाजी SSP आशीष भारती के मीडिया सेल के प्रभारी थे. दारोगा अनुज कश्यप के सुसाइड मामले में एक लेडी एसआई स्वीटी को गिरफ्तार किया गया है. स्वीटी ने पूछताछ के दौरान शादी के लिए दवाब बनाने की बात स्वीकारी. नतीजतन मानसिक प्रताड़ना न झेल पाए दारोगा ने अपनी ईहलीला समाप्त कर ली.
महकमा अभी इस झटके से उबरा भी नहीं था कि दूसरी घटना में रविवार की दरमियानी रात यानी 10 अगस्त को जिले के अतरी थानाध्यक्ष ने अपने दोनों हाथों की नस काट कर आत्महत्या का प्रयास किया. समय रहते इसकी जानकारी मिल गई और हालांकि समय रहते दरोगा की जान बचा ली गई. घायल दारोगा का नाम संजय कुमार बताया गया है और फिलहाल उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
अनहोनी की आशंका से सहमा महकमा!
गयाजी खाकी परिवार महज 2 दिन के अंतराल पर पुलिसवालों के द्वारा अपघात की दो दो घटनाओं से महकमा सदमे की हालत में है. दारोगा अनुज कश्यप तो अब नहीं रहे, पर समय रहते हालात की गंभीरता को देखते हुए अतरी थानेदार संजय कुमार को समय पर डाक्टरी सहायता के जरिए बचा लिया गया है. इसी बीच मानसिक दवाब और मानसिक प्रताड़ना से बुरी तरह जूझ रहे दो दारोगाओं की खबर विभाग में आग की तरह फैल रही है.दोनों के बीच के रिश्ते दिन ब दिन कटुता की सीमाएं तोड़ रहे है. हालात बद से बदतरीन शक्ल अख्तियार कर चुके है. हालात ऐसे बन चुके है कि दोनों ही अपघात न कर ले के हालात बन चुके है.
गयाजी पुलिस परिवार पर आफ़त के मंडराते बादल
एसएसपी कार्यालय से अतरी थाना तक पहुंची यह खुद के मिटाने की लहर का प्रसार अब शेरघाटी तक पसरता जान पड़ता है. तभी तो शेरघाटी एसडीपीओ टू के अंतर्गत तैनात एक थाने की कमान संभाल रहे दारोगा और महिला दारोगा के बीच बढ़ते विवाद और रिश्ते के बिगड़ते हालात से दोनों की मानसिक स्थिति पर पड़ते घातक असर की गूंज ने गयाजी पुलिस के वरीय अधिकारियों को भी बुरी तरह झकझोर कर रख दिया है.न केवल सभी के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई दे रही बल्कि अनहोनी की आशंका को हर हाल में टालने खातिर सभी जी जान से जुटे है. दोनों पुलिसवालों को लगातार रिश्ते की मर्यादा और विभागीय तानेबाने को समझने बुझने के अलावे धैर्य पूरक हालत को सामान्य करने की नसीहत दी जा रही है. साथ ही दोनों को मानसिक रूप से स्ट्रांग बनाने की कवायद लगातार की जा रही है.
यही नहीं पुलिस विभाग से जुड़े बेहद विश्वस्त सूत्रों का दावा है कि गयाजी के एसएसपी भी इस पूरी ख़बर से न केवल अवगत है बल्कि बाकायदा उनके द्वारा भी दोनों को न केवल हिदायत दी गई है बल्कि इस मानसिक आपात स्थिति से निकलने की कवायद में लगातार महती भूमिका निभाई जा रही है ताकि कोई अनहोनी न हो और भावनात्मक क्षणों में उपजे इस रिश्ते की कहानी का दुखद अंत न हो.