Bihar Politics : चुनाव की निष्पक्षता और पारदर्शिता को खत्म करने पर उतारू है चुनाव आयोग, कांग्रेस ने लगाया आरोप

Bihar Politics : कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग का बड़ा हमला किया है. कहा की आयोग चुनाव की निष्पक्षता और पारदर्शिता को खत्म करने पर उतारू है.....पढ़िए आगे

Bihar Politics : चुनाव की निष्पक्षता और पारदर्शिता को खत्म क
चुनाव आयोग पर आरोप - फोटो : Manoj

GAYA : देश के सजग, साहसी, संघर्षशील, लोकप्रिय, जनप्रिय नेता, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा लगातार देशभर के चुनाव की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग को कसौटी पर कसने से बौखलाए चुनाव आयोग ने अब एक साल तक सुरक्षित रखने वाले किसी भी चुनाव से जुड़े वीडियो फुटेज को अब 45 दिनों यानी डेढ़ महीने में ही नष्ट करने का फैसला किया है। इससे यह प्रमाणित होता है कि चुनाव में मैच फिक्स है , और फिक्स किया गया चुनाव लोकतंत्र के लिए जहर है।

उपर्युक्त बातें बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद शमीम, मुन्ना मांझी, मनोज प्रजापति, सुबोध पाल, जगदीश प्रसाद यादव, सुजीत गुप्ता आदि ने कहा कि कॉंग्रेस पार्टी महाराष्ट्र चुनाव में चुनाव आयोग के मनमानी एवं  धांधली करने की गंभीर शिकायत दर्ज करायी थी,  जिसके  बाद चुनाव आयोग को अपनी सुधार के बजाय उल्टे चुनावी  वीडियो फुटेज को 45 दिनों में ही नष्ट करने का नियम बना कर चुनावी धांधली को छिपाने को मतदाता की निजता का हनन  बताते हुए ऐसा करने का तर्क दे रही है,  जो कहीं  से सटीक नहीं है।

 नेताओ ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव के बाद से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी लगातार चुनाव आयोग की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर देशभर के अखबारों में चुनाव आयोग पर लेख लिखने से आयोग के आला अधिकारियों में भारी  तिलमिलाहट घर कर गई है, जो वर्षों  पहले से बने नियम कायदे को भी मिटाने  को आतुर हैं। नेताओ ने कहा कि देशवासियों ने 2024 के लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग की सुस्ती को  देखा है कि कैसे चुनाव संपन्न होने के आठ,  दस दिनों  के बाद मतदान प्रतिशत को सार्वजानिक करने  का काम  किया था,  जबकि आज साइंस टेक्नोलॉजी इतना  विकसित है कि चुनाव संपन्न होने  के कुछ  ही  घंटे  बात चुनावी प्रतिशत बताने का  काम  चुनाव आयोग कर सकता है।

गया से मनोज की रिपोर्ट