Bihar Teacher News: तीन शिक्षिकाओं को बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया है। यह कार्रवाई इस आधार पर की जा रही है कि इन शिक्षिकाओं ने फर्जी सर्टिफिकेट का उपयोग करके नौकरी हासिल की थी। शिक्षा विभाग ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे सभी शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच करें। इससे यह सुनिश्चित होगा कि भविष्य में कोई भी व्यक्ति फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से सरकारी नौकरी हासिल न कर सके। इसके अलावा, विभाग ने सभी स्कूलों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है।जहानाबाद में तीन शिक्षिकाओं की नौकरी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर समाप्त की जाने वाली है। ये शिक्षिकाएं घोसी प्रखंड के तीन विभिन्न विद्यालयों में कार्यरत थीं। डीडीसी धनंजय कुमार ने इस मामले में घोसी के प्रखंड विकास पदाधिकारी और प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई के सदस्य सचिव को शीघ्र नियोजन रद्द करने का आदेश दिया है। इन शिक्षिकाओं ने झूठे प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर अपनी नियुक्ति प्राप्त की थी।
यह ध्यान देने योग्य है कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने घोसी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय शाहपुर में कार्यरत बबीता कुमारी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय माधोपुर में कार्यरत ममता कुमारी, और उत्क्रमित मध्य विद्यालय दरियापुर में कार्यरत पल्लवी कुमारी के प्रमाण पत्रों को फर्जी घोषित करते हुए उनकी सेवा समाप्त करने का निर्देश दिया था।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) ने माध्यमिक शिक्षा के निदेशक के पत्र के संदर्भ में डीडीसी को मामले की जानकारी दी थी। डीडीसी ने उपरोक्त तीन शिक्षिकाओं के नियोजन को तुरंत रद्द करने और जिला शिक्षा पदाधिकारी को रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश बीडीओ को दिया है। इसके साथ ही, डीडीसी ने इस मामले की सूचना जिला पदाधिकारी को भी दी है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने घोसी के प्रखंड विकास पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश जिला पदाधिकारी और उप विकास आयुक्त से की है। जिलाधिकारी को भेजी गई सिफारिश में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने उल्लेख किया है कि मध्य विद्यालय कोरमा में कार्यरत अप्रशिक्षित शिक्षक अरविंद चौधरी की सेवा समाप्त करने के लिए दिए गए विभागीय निर्देशों की अनदेखी की गई है, जबकि जिले के कई अन्य अप्रशिक्षित शिक्षकों की सेवाएं संबंधित शिक्षक नियोजन इकाइयों द्वारा समाप्त कर दी गई हैं।