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BPSC : जनवरी में घोषित होगा 70वीं BPSC पीटी का रिजल्ट, पटना केंद्र की परीक्षा के बाद 'नॉर्मलाइजेशन' पर हुआ बड़ा ऐलान

70वीं बीपीएससी के पटना केंद्र के लिए शनिवार को 22 केंद्रों पर पुनर्परीक्षा हुई. इसमें 5900 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी. इसके पहले 13 दिसम्बर को हुई परीक्षा में अनियमितता की शिकायत आई थी. इस कारण पटना केंद्र की परीक्षा रद्द की गई थी.

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BPSC 70th Prelims - फोटो : news4nation

BPSC :  70वीं BPSC पीटी का रिजल्ट इसी महीने जारी होगा. पटना के 22 केंद्रों पर शनिवार को हुई पुनर्परीक्षा के बाद बीपीएससी परीक्षा नियंत्रक राजेश कुमार सिंह ने बड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा कि 70वीं BPSC पीटी का रिजल्ट 25 से 30 जनवरी के बीच जारी करने की तैयारी है. 


उन्होंने कहा कि पटना के 22 परीक्षा केंद्रों पर आज पुनर्परीक्षा ली गई. इसमें 8111 अभ्यर्थियों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड किए थे. इसमें करीब 5900 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए हैं. यह 13 दिसम्बर को हुई परीक्षा के मुकाबले 700 अधिक है. पिछली बार 5200 ओएमआर सीट जमा किया गया था. इसी प्रकार 13 दिसम्बर को 3.24 लाख ने परीक्षा दी और अब पटना में करीब 6000 अभ्यर्थी पुनर्परीक्षा में शामिल हुए हैं. इन सबके रिजल्ट एक ही बार में 25 से 30 जनवरी के बीच जारी किया जा सकता है. 


'नॉर्मलाइजेशन' लागू होगा ?

परीक्षा नियंत्रक राजेश कुमार सिंह ने कहा कि परिणाम घोषित करने के दौरान अगर जरूरत पड़ेगी तो स्केलिंग की प्रक्रिया अपनाई जाएगी. नॉर्मलाइजेशन को लेकर लोगों में भ्रान्ति होने की बातें कहते हुए उन्होंने कहा कि इसे लेकर कुछ कोचिंग संचालक ने गलत जानकारी दी है. इस कारण लोगों में कई प्रकार की भ्रांति देखने को मिली. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे अप्रूवड किया है. ऐसे में अगर जरूरत होगी तो यहाँ स्केलिंग कर ली जाएगी. 


क्या होता है नॉर्मलाइजेशन

जब परीक्षा दो या दो अधिक शिफ्ट में होती है तब नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया अपनाई जाती है. अलग-अलग शिफ़्ट में परीक्षा में अलग-अलग क्वेश्चन पेपर होते हैं. अगर किसी शिफ़्ट में परीक्षा के प्रश्नों का स्तर आसान होता है, तो उसमें छात्र ज़्यादा अंक लाते हैं. वहीं, अगर दूसरी शिफ़्ट में परीक्षा का स्तर कठिन होता है, तो उसमें छात्र कम अंक लाते हैं. 

नॉर्मलाइज़ेशन के ज़रिए, कठिन शिफ़्ट के अंकों को आसान शिफ़्ट के अंकों के साथ जोड़ दिया जाता है. नॉर्मलाइज़ेशन के ज़रिए, सभी छात्रों के अंकों को एक समान मापदंड पर लाया जाता है. 


रंजन सिंह की रिपोर्ट

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