Bihar Teacher News: बिहार में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए एसीएस एस. सिद्धार्थ लगातार नए नए फरमान जारी कर रहे हैं। इसी कड़ी में अब एस.सिद्धार्थ ने अभिभावकों के लिए नया फरमान जारी किया है। जारी आदेश के अनुसार प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में अब हर महीने अभिभावक-शिक्षक बैठक होगी। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (डीईओ) को निर्देश जारी कर दिए हैं। सभी सरकारी स्कूलों में अब हर महीने शनिवार को अभिभावक-शिक्षक बैठक (पीटीएम) होगी।
मीटिंग में क्या होगा?
शिक्षक अभिभावकों को बच्चों की पढ़ाई में प्रगति और सुधार के लिए आवश्यक कदमों के बारे में बताएंगे। अभिभावकों से अपील की जाएगी कि वे बच्चों को घर पर प्रतिदिन कम से कम एक घंटे हिंदी और अंग्रेजी पढ़ने के लिए प्रेरित करें। अभिभावकों को बच्चों का गृहकार्य पूरा करवाने के लिए कहा जाएगा। बच्चों को साफ-सुथरे स्कूल ड्रेस और जूते-चप्पल पहनाकर स्कूल भेजने की सलाह दी जाएगी। अभिभावकों से अनुरोध किया जाएगा कि वे बच्चों की स्कूल में नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करें।
कैसे होगी मीटिंग?
महीने की शुरुआत में ही शिक्षक बच्चों के अभिभावकों को फोन करके पीटीएम की तारीख और समय के बारे में सूचित करेंगे। स्कूल प्रबंधन महीने की शुरुआत में ही बैठक की तारीख तय कर अभिभावकों को सूचित करेंगे। बड़े स्कूलों में प्राथमिक और मध्य विद्यालय के बच्चों के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किया जाएगा। कक्षा 1 से 5 और कक्षा 6 से 8 के लिए अलग-अलग समय पर पीटीएम होगी। जिन अभिभावकों से फोन पर बातचीत नहीं हो पाएगी, शिक्षक उनके घर जाकर जानकारी देंगे। हर अभिभावक को अलग-अलग समय दिया जाएगा ताकि भीड़ न हो। हर कक्षा में एक पीटीएम रजिस्टर होगा जिसमें अभिभावकों के साथ हुई बातचीत को लिखा जाएगा।
पीटीएम का उद्देश्य
इस उद्देश्य बच्चों की पढ़ाई में हो रही प्रगति के बारे में अभिभावकों को जानकारी देना। बच्चों को आ रही किसी भी समस्या के समाधान के लिए अभिभावकों के साथ मिलकर काम करना। बच्चों की शिक्षा में अभिभावकों का सहयोग लेना है। इसके लिए हर सरकारी स्कूल में प्रत्येक महीने पीटीएम का आयोजन किया जाएगा।
क्यों जरूरी है ये मीटिंग?
शिक्षा विभाग का मानना है कि अभिभावक-शिक्षक बैठक से बच्चों की पढ़ाई में सुधार आएगा और अभिभावकों को बच्चों की प्रगति के बारे में जानकारी मिलेगी। शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों को इस बैठक को सफल बनाने के लिए जिम्मेदारी सौंपी है। सभी स्कूलों को इस गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य है।