Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस.सिद्धार्थ गुरुवार की सुबह से ही एक्शन मोड में हैं। एस. सिद्धार्थ एक के बाद एक स्कूल में वीडियो कॉल कर शिक्षकों से बातचीत कर रहे हैं। हर दिन एसीएस करीब 10 स्कूलों में वीडियो कॉल कर रहे हैं। एससीएस के वीडियो कॉल आने से शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। इसी कड़ी में आज यानी शनिवार को एसीएस एस.सिद्धार्थ ने मधुबनी जिले के एक स्कूल में कॉल किया। जहां की हालत देखकर एस.सिद्धार्थ भड़क गए उन्होंने फोन रखते ही विद्यालय में निरीक्षण करने लिए अधिकारियों को भेजने की बात कह दी।
दरअसल, एस. सिद्धार्थ ने मधुबनी के एक स्कूल के टोला सेवक राजबिंद राम को फोन किया। टोला सेवक से एसीएस सिद्धार्थ ने स्कूल के बारे में जानकारी ली। तब उन्होंने पाया कि स्कूल में एक भी शिक्षक नहीं है और बच्चों की क्लास टोला सेवक ले रहे हैं। एस.सिद्धार्थ ने टोला सेवक को क्लास दिखाने के लिए कहा- जिसके बाद एस सिद्धार्थ ने पाया कि स्कूल में बेंच डेक्स नहीं है। बच्चे जमीन पर बैठ कर पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने पूछा कि क्लास में बेंच डेक्स क्यों नहीं है तो टोला सेवक ने बताया कि कभी बेंच डेक्स नहीं मिला है। जिसके बाद उन्होंने क्लास में उपस्थित बच्चों की गिनती शुरु की।
एस. सिद्धार्थ ने टोला सेवक से पूछा कि क्लास में कितने बच्चे हैं ? टोला सेवक ने बताया कि 137 बच्चे हैं क्लास में लेकिन सभी बच्चों की पढ़ाई दो ही क्लास में होती है। क्योंकि स्कूल में दो ही क्लासरुम है। एस.सिद्धार्थ ने बच्चों की गिनती की तो पता चला कि एक क्लास में 14 बच्चे हैं तो वहीं दूसरे क्लास 23 बच्चे हैं। जिसके बाद उन्होंने टोला सेवक से पूछा कि आखिर 137 बच्चे हैं स्कूल में तो बाकी बच्चे कहां गए?
इसके बाद टोला सेवक ने फोन को किसी शिक्षक को देने को कहा- जिसपर टोला सेवक के द्वारा बताया गया कि शिक्षक बाजार गए हैं सामान लाने। एस.सिद्धार्थ ने पूछा कि स्कूल में कितने शिक्षक हैं टोला सेवक ने बताया कि 6....एस.सिद्धार्थ ने पूछा कि बाकी टीचर कहां गए.... इस पर टोला सेवक घबराता हुआ नजर आया। एस. सिद्धार्थ ने कहा कि हड़बड़ा क्यों रहे हो सही से बताओ....कहां गए स्कूल के सारे शिक्षक.....तो टोला सेवक के द्वारा बताया गया कि शिक्षक सब्जी लाने बाजार गए हैं।
वहीं इसके बाद उन्होंने मिड डे मिल में क्या बनने वाला है पूछा..टोला सेवक ने बताया कि खिचड़ी बनेगा। वहीं एसीएस ने फोन रखते हुए कहा कि ठीक है- भेजते हैं किसी को निरीक्षण के लिए...। एस सिद्धार्थ ने फोन कर स्कूल की सारे जानकारी ली। जिसमें उन्होंने पाया कि स्कूल के सभी शिक्षक बच्चों को टोला सेवक के हवाले छोड़ कर खुद स्कूल से बाहर गए हैं। एस. सिद्धार्थ स्कूल की जानकारी लेते समय गुस्से में दिखे।