Bihar Teacher Transfer: शिक्षा विभाग के द्वारा पिछले 1 दिसंबर से शिक्षकों के तबादले के लिए आवेदन लिया जा रहा है। आवेदन करने की आखिरी तिथी 15 दिसंबर थी। राज्य के 5.45 लाख शिक्षकों में से लगभग 1.90 लाख शिक्षकों ने अपने वर्तमान स्कूल से ट्रांसफर के लिए आवेदन दिया है। शिक्षा विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक कुल 1लाख 90 हजार 332 शिक्षकों ने ट्रांसफर के लिए आवेदन किया है। इनमें से अधिकांश शिक्षक अपने घर के नजदीक स्कूल में जाना चाहते हैं। तो वहीं शिक्षक दंपत्ति एक साथ रहकर एक ही स्कूल में पढ़ाना चाहते हैं। शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को भरोसा दिलाया है कि उनके इच्छा के अनुसार उनका ट्रांसफर किया जाएगा।
क्यों चाहते हैं शिक्षक तबादला?
शिक्षकों ने तबादले के लिए कई कारण बताए हैं, जैसे- अधिकांश शिक्षक अपने घर के नजदीक स्कूल में जाना चाहते हैं ताकि उन्हें आवागमन में परेशानी न हो। कई शिक्षकों के बुजुर्ग माता-पिता या छोटे बच्चे हैं जिनकी देखभाल के लिए उन्हें घर के पास रहने की जरूरत है। कुछ शिक्षक गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं और उन्हें बेहतर इलाज के लिए अपने घर के पास रहने की जरूरत है। कई शिक्षक दंपति एक साथ एक ही स्कूल में पढ़ाना चाहते हैं। कुछ शिक्षक दिव्यांग हैं और उन्हें विशेष सुविधाओं की आवश्यकता होती है।
इस आधार पर चाहिए ट्रांसफर
वरीयता क्रम के आधार पर शिक्षक स्थानांतरण अनुरोध करने वालों में असाध्य रोग (विभिन्न प्रकार के कैंसर) के 760, गंभीर बीमारी के 2579, विशेष रूप से सक्षम के आधार पर स्व-नियुक्त के 5575 ऑटिज्म/मानसिक रूप से सक्षम के 1557, विधवा और तलाकशुदा शिक्षक के 1338, पति/पत्नी की पोस्टिंग के आधार पर 16356 और वांछित स्थान से वर्तमान पोस्टिंग की दूरी के आधार पर आवेदन करने वाले 1लाख62हजार167 हैं। इस प्रकार कुल 1लाख 90 हजार 332 शिक्षकों ने ट्रांसफर के लिए शिक्षा विभाग को आवेदन दिया है।
कैसे होगा तबादला?
शिक्षा विभाग ने तबादले के लिए 7 कारणों को ध्यान में रखकर आवेदन मांगे थे। इनमें असाध्य रोग, गंभीर बीमारी, दिव्यांगता, विधवा एवं परित्यक्त, पति-पत्नी का पदस्थापन और लंबी दूरी शामिल हैं। विभाग ने शिक्षकों को न्यूनतम 3 और अधिकतम 10 विकल्प चुनने का मौका दिया था। अब विभाग इन आवेदनों की जांच करेगा और निर्धारित मानकों के अनुसार शिक्षकों का तबादला करेगा। विभाग का लक्ष्य जनवरी 2025 तक सभी शिक्षकों की पोस्टिंग कर देना है।