Bihar Farmer News: बिहार में सतही सिंचाई योजना पर तेज़ी से काम होने जा रहा है। राज्य सरकार ने जल जीवन हरियाली योजना के अंतर्गत 183 सतही सिंचाई योजनाओं को स्वीकृति दी है, जो अगले साल मार्च तक पूरी कर ली जाएंगी। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य किसानों को सिंचाई की सुविधा प्रदान करना और भू-जल स्तर को बढ़ावा देना है। नाबार्ड इस परियोजना के कार्यान्वयन में बिहार सरकार की मदद करेगा, और इन योजनाओं का चयन राज्य के 19 जिलों में किया गया है।
इन योजनाओं के लिए 213 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है, जिसमें से अभी तक 67 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। कार्य की प्रगति और निष्पादन के आधार पर शेष राशि जारी की जाएगी। परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा: पहले चरण में चार जिलों और दूसरे चरण में शेष 15 जिलों में यह योजना लागू की जाएगी। जल संसाधन विभाग ने संबंधित जिलों के कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया है कि सभी निर्माण कार्यों की स्थल जांच सुनिश्चित की जाए और रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जाए।
सतही सिंचाई योजना के लाभ
इस योजना से निम्नलिखित लाभ होंगे:
सालभर सिंचाई की सुविधा: सतही सिंचाई योजना किसानों को वर्षभर सिंचाई की सुविधा प्रदान करेगी, जिससे फसल उत्पादन में वृद्धि होगी। सूखे के समय भी इसका अधिकतम लाभ उठाया जा सकेगा।
किसानों की आत्मनिर्भरता और आर्थिक लाभ: इस योजना से किसानों की बाहरी जल स्रोतों पर निर्भरता कम होगी, जिससे उनकी आर्थिक बचत होगी।
भू-जल स्तर में सुधार: इस योजना के अंतर्गत भू-जल का स्तर ऊपर आएगा, जो न केवल सिंचाई के लिए बल्कि पेयजल की उपलब्धता के लिए भी लाभकारी होगा। इससे भविष्य में जल संकट की समस्या कम होगी।
पर्यावरण संतुलन: जल जीवन हरियाली योजना से पर्यावरण का संतुलन बेहतर होगा, क्योंकि सतही जल स्रोतों के संरक्षण से वनस्पति और भूमि की गुणवत्ता में सुधार होगा।