Bihar first double decker Road: बिहार का पहला डबल डेकर एलिवेटेड रोड का काम लगभग पूरा हो गया है। माना जा रहा है कि मार्च 2025 से इस सड़क पर वाहनों को आवागमन शुरु हो जाएगा। दरअसल, अशोक राजपथ पर बन रहे डबल-डेकर एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। अधिकारियों के मुताबिक, फाउंडेशन का काम लगभग 93 प्रतिशत पूरा हो चुका है और फरवरी तक यह पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। इस फ्लाईओवर के बनने से कारगिल चौक से साइंस कॉलेज तक आवागमन आसान हो जाएगा। डबल डेकर एलिवेटेड रोड का ऊपरी मंजिल साइंस कॉलेज से गांधी मैदान की ओर तो निचली मंजिल गांधी मैदान से साइंस कॉलेज की ओर जाएगा।
40 स्पैन चढ़ाना बाकी
बता दें कि पुल की कुल लंबाई 2.2 किलोमीटर है, जिसमें 660 मीटर स्पैन चढ़ाने का काम बचा है। दोनों तल पर कुल 60-60 स्पैन हैं, जिसमें से 40-40 चढ़ाए जा चुके हैं। पीएमसीएच में 6-6 स्पैन के माध्यम से मल्टीलेबल पार्किंग को कनेक्टिविटी देनी है। इसका कार्य बचा हुआ है। बीते दिन पटना डीएम और बिहार राज्य पुलिस निर्माण निगम लिमिटेड के एमडी शीर्षत कपिल अशोक ने निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि फाउंडेशन वर्क 93 प्रतिशत, सब स्ट्रक्चर 83 प्रतिशत, सुपर स्ट्रक्चर 53 प्रतिशत और एप्रोच कार्य 60 प्रतिशत पूरा हो गया है। मार्च तक इस सड़क पर आवागमन शुरु हो जाएगा।
पटना मेट्रो निर्माण के कारण काम बाधित
जानकारी अनुसार पटना मेट्रो का काम भी इस डबल डेकर के काम के साथ-साथ चल रहा है। जिसके कारण डबल डेकर निर्माण कार्य में परेशानी आ रही है। पटना मेट्रो के बैरिकेडिंग के वजह से डबल डेकर के स्पैन नंबर 26 से 32 तक फ्लाई ओवर का निर्माण बंद है। ऐसे में पटना डीएम ने मेट्रो के अधिकारी को निर्देश दिया है कि बैरिकेंडिंग बोर्ड को चार मीटर पीछे किया जाए। ताकि डबल डेकर फ्लाईओवर का काम तेजी से हो सके।
51 दुकानों को हटाने का निर्देश
वहीं दूसरी ओर कारगिल चौक से पूरब बीएन कॉलेज के पास तक करीब 51 दुकान डबल-डेकर परियोजना के सर्विस रोड के हिस्से में है। ऐसे में दुकान को हटाने का निर्देश डीएम ने दिया है। डीएम ने नए दुकानों के दुकानदारों को शनिवार तक का समय दिया है। वहीं पुराने दुकानों को तोड़कर निर्माण किया जा रहा है।
निर्माण कार्य में बाधाएं
कारगिल चौक से बीएन कॉलेज के पास तक 51 दुकानों को नए स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है। अंजुमन इस्लामिया हॉल के पास मेट्रो का निर्माण कार्य फ्लाईओवर के निर्माण में बाधा बन रहा है। साइंस कॉलेज के पास मेट्रो और पुल निर्माण निगम के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इन समस्याओं का समाधान जल्द ही कर लिया जाएगा और फ्लाईओवर का निर्माण कार्य समय पर पूरा हो जाएगा।