MOTIHARI : नेपाल मे हुई भारी बारिश से आयी बाढ़ से मोतिहारी जिला के कई प्रखंड क्षेत्र प्रभावित है। बाढ़ पीड़ित क्षेत्र के लोगों के लिए तटबंध, एनएच सहित स्थान शरणस्थली बनी हुई है। सरकार बाढ़ पीड़ितों के बीच सूखा राशन ,सामुदायिक किचेन ,प्लास्टिक के साथ साथ 7 -7 हज़ार मुआवजा देने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है। मोतिहारी डीएम व एसपी द्वारा भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण कर जायजा लिया जा रहा है।वही बाढ़ पीड़ितों को विशेष सुविधा देने का निर्देश अधिकारियों को दिया जा रहा है।
लेकिन आज सोशल मीडिया पर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सह मोतिहारी भाजपा विधायक का ग्रामीणों के सामने स्पीकर ऑन कर डीएम से की गयी बातचीत का ऑडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में मोतिहारी भाजपा विधायक प्रमोद कुमार डीएम को फोन लगाकर सीओ व कर्मचारी पर बाढ़ पीड़ितों की सुधि नही लेने तक नही पहुचे। बाढ़ पीड़ित परेशान है। अभी तक कोई सुविधा पीड़ितों को नहीं दिया गया। अबतक जिला को बाढ़ प्रभावित होने का रिपोर्ट ही किया गया। डीएम से सीओ और कर्मचारी पर कार्रवाई करने की मांग करते सुने जा रहे है। सीओ को सूचना के बाद भी कर्मचारी को निर्देश दिया गया। लेकिन बाढ़ पीड़ित गांव में न अबतक नाव मिला नही कोई राहत सामग्री। विधायक यह कहते सुने जा रहे है कि सुगौली के तरह दोनों के खिलाफ कार्रवाई किया जाय। इधर से डीएम द्वारा त्वरित एडीएम को भेजकर जांच करवाने का आश्वासन दिया जा रहा है। लेकिन विधायक जी कार्रवाई की मांग पड़ अड़े नजर आ रहे है। वही डीएम साहब से भी कह रहे है कि स्थल पर अभी थाना प्रभारी भी है पूछिये कितना गांव प्रभावित है।
नेपाल के बाढ़ का पानी ने मोतिहारी मे भी तबाही मचाई है। मोतिहारी सदर की कुछ पंचायत भी बाढ़ से प्रभावित है, जिला प्रशासन से अब तक कोई मदद नहीं मिलने से लोग काफ़ी नाराज हैं। जिसको लेकर बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे मोतिहारी के विधायक सह पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार का अधिकारियों के साथ बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में पूर्व मंत्री और विधायक प्रमोद कुमार डीएम को फोन लगाकर सीओ और कर्मचारी की शिकायत करते सुने जा रहे है।
वही सीओ व कर्मचारी को जमकर फटकार लगा रहे हैं और डीएम से शिकायत भी कर रहे हैं। प्रमोद कुमार यह साफ तौर पर बोलते हुए दिखे जा रहे हैं की अधिकारी के बाप के घर से राशन नहीं देना है। बल्कि मुख्यमंत्री ने खुद कहा है कि आपदा में सबसे पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। उन्होंने डीएम को बाढ़ पीड़ितों के सामने ही फोन लगाया। सीओ और कर्मचारियों को जल्द से जल्द कार्रवाई करने की बात कही। वही प्रमोद कुमार इस साफ तौर बोले हुए देखे जाते हैं की अधिकारी मनमानी कर रहे हैं उनकी मनमानी के कारण बाढ़ पीड़ित परेशान है।
मोतिहारी से हिमांशु की रिपोर्ट