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Bihar School News: नए साल में कक्षा 9 से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए शिक्षा विभाग का नया प्लान,एस सिद्धार्थ ने तैयार किया खाका, अब स्कूल में पढ़ना होगा और भी आसान....

माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के छात्रों को निशुल्क पुस्तकें प्रदान करने की योजना बनाई जा रही है। योजना लागू होते हीं बिहार देश का पहला राज्य बनेगा, जहां माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर पर यह सुविधा उपलब्ध होगी।

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शिक्षा विभाग का नया प्लान- फोटो : hiresh Kumar

Bihar School News:  राज्य के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक (नौवीं से 12वीं) के छात्रों को निशुल्क पुस्तकें प्रदान करने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए पुस्तकें तैयार करने का कार्य पूरा कर लिया गया है। सभी विषयों की पुस्तकें हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध कराई जाएंगी। बिहार राज्य पाठ्य पुस्तक प्रकाशन निगम द्वारा पुस्तकों की छपाई के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिस पर शिक्षा विभाग से अनुमति प्राप्त की जा रही है। शिक्षा विभाग की स्वीकृति मिलने के पश्चात इस प्रस्ताव को राज्य कैबिनेट के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद पुस्तकों की छपाई की प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।

11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए विज्ञान, वाणिज्य और कला के तीनों संकायों में हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में पाठ्य पुस्तकें तैयार की गई हैं। इन पुस्तकों के निर्माण में विशेषज्ञों की सहायता ली गई है। वर्तमान में, पहली से आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए 11 करोड़ किताबों की छपाई प्रारंभ की जा चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि 15 मार्च तक इन छात्रों की किताबें स्कूलों में उपलब्ध करा दी जाएंगी। वहीं, नौंवी से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए किताबों की छपाई की जाएगी, जिसकी आपूर्ति जुलाई 2025 तक की जाएगी।

प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में नौवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को निशुल्क पुस्तकें प्रदान करने के निर्णय पर अंतिम मुहर लगने से 30 लाख से अधिक छात्रों को इसका लाभ प्राप्त होगा। इन पुस्तकों को इस प्रकार से डिज़ाइन किया गया है कि बायीं ओर अंग्रेजी और दाहिनी ओर हिन्दी में पाठ्य सामग्री होगी। राज्य के सरकारी स्कूलों के छात्रों में अंग्रेजी भाषा की समझ को बेहतर बनाने के उद्देश्य से दोनों भाषाओं में ये पुस्तकें तैयार की गई हैं। इससे 12वीं कक्षा के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं या उच्च शिक्षा के दौरान छात्रों को सुविधा होगी। यह पहली बार है कि पहली से आठवीं कक्षा की तर्ज पर नौवीं से बारहवीं कक्षा के छात्रों को भी निशुल्क पुस्तकें देने की योजना बनाई गई है। इसका पूरा खर्च राज्य सरकार द्वारा उठाया जाएगा। संबंधित अधिकारियों का कहना है कि यदि इस पर अंतिम निर्णय लिया जाता है, तो बिहार देश का पहला राज्य बनेगा, जहां माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर पर यह सुविधा उपलब्ध होगी।

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