Bihar News: बिहार के खगड़िया में निर्माण हो रहा एक पुल प्रोजेक्ट प्रदेश के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। पुल प्रोजेक्ट का निर्माण करा रहे संवेदक पर कार्रवाई की गई है। दरअसल, मामला अलौली प्रखंड के आनंदपुर मारन पंचायत का है। पुल निर्माण में अनियमितता बरतने के आरोप में संवेदक पर कार्रवाई की गई है। संवेदक को पहले डिवार किया गया फिर उसे ब्लैक लिस्टेड करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
आधा काम छोड़कर भागा ठेकेदार
जानकारी अनुसार पुल का निर्माण शुरू कराने के पहले संवेदक ने जो सिक्योरिटी मनी जब्त किया था, उसे ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा पहले ही जब्त कर लिया गया है। इधर, संवेदक को ब्लैक लिस्टेड करने का प्रस्ताव ग्रामीण कार्य प्रमंडल विभाग खगड़िया के कार्यपालक अभियंता विद्याभूषण कुमार द्वारा राज्य स्तर पर भेजा गया है।
2019 से चल रहा निर्माण कार्य
घटना को लेकर बताया जा रहा है कि आनंदपुर मारन पंचायत स्थित सुखासन-हन्ना के बीच कोसी नदी के उप धारा पर साल 2019 में पुल का निर्माण शुरु हुआ था। डेढ़ साल में कार्य पूर्ण कराने का समय निर्धारित था, लेकिन पांच साल बाद भी कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। स्थानीय लोगों की मानें तो दो साल से अधिक समय से पुल का निर्माण कार्य बंद है।
6 पाया के बदले बनाया 5 पाया
यही नहीं पुल का निर्माण करा रहे संवेदक निर्माण कार्य को पूरा करने से पहले ही निर्माण सामग्री लेकर जा चुका है। बताया जा रहा है कि इस पुल में 6 पाया का निर्माण होना था लेकिन संवेदक ने पांच पाया ही बनवाया है। यह पुल आम लोगों के लिए उपयोगी था। पुल का निर्माण हो जाने से अलौली प्रखंड के कई पंचायत के किसानों को भी फायदा होगा। यहां के लोगों के आवागमन के लिए नाव ही एक मात्र सहारा है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
इस पुल का निर्माण हो जाने के बाद खगड़िया-सोनमनखी-सुगरकोल पुल-अमोसी माड़नडीह पुल होते हुए शॉर्टकट रास्ते से लोग सीधे सहरसा, दरगंगा, समस्तीपुर पहुंच जायेंगे। बताया जाता है कि खगड़िया से सुखासन तक सड़क बना हुआ है। आनंदपुर मारन पंचायत में पुल के निर्माण में लापरवाही बरतने वाले संवेदक को पहले ही डिबार किया जा चुका है। सिक्योरिटी मनी जब्त कर संवेदक को ब्लैक लिस्टेड करने का प्रस्ताव राज्य स्तर पर भेज दिया गया है। वहीं लोगों के द्वारा दोबारा पुल का निर्माण कराने की मांग की जा रही है।