Bihar Land Survey: बिहार में भूमि सर्वे का काम चल रहा है. इस कार्य में रैयतों के साथ-साथ सर्वे कर्मियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सरकार हर हाल में विधानसभा चुनाव 2025 से पहले भूमि सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण कराने का दावा कर रही है. 4 अक्टूबर को भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जे0 प्रियदर्शिनी ने सूबे के सभी जिलों के बंदोबस्त पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया. जिसमें भूमि सर्वेक्षण के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई. सबसे पहले प्रथम फेज के 20 जिलों के कार्य की प्रगति देखी गई. खासकर खानापुरी, प्रारूप प्रकाशन और लगान निर्धारण के लिए बचे मौजों की समीक्षा की गई और लंबित कार्यों के शीघ्र निष्पादन का निदेश बंदोबस्त पदाधिकारियों को दिया गया.
बैठक में प्रथम चरण और द्वितीय चरण दोनों को मिलाकर सभी 38 जिलों के 534 अंचलों के सभी गांवों में ग्राम सभा की स्थिति की समीक्षा की गई। बैठक से स्पष्ट हुआ कि सूबे के जिन 42445 मौजों में सर्वे हो रहा है उसमें 42287 मौजों में ग्राम सभा संपन्न हो चुकी है. जबकि निदेशालय की वेबसाइट पर अपलोड किए गए मौजों की संख्या 39822 है। बाकि मौजों को भी वेबसाइट पर जल्द अपलोड करने का निदेश, निदेशक द्वारा दिया गया। सभी जिलों में प्रपत्र-2 यानि स्वघोषणा से प्राप्त आवेदनों की भी विस्तार से समीक्षा की गई। सभी जिलों को मिलाकर अब तक कुल 1555293 रैयतों ने अपने कागजातों को ऑनलाइन अपलोड किया है। जबकि 1993374 आवेदन ऐसे हैं जो सर्वे शिविरों में ऑफलाइन मोड में प्राप्त हुए हैं लेकिन सर्वे कर्मियों ने उन्हें वेबसाइट पर अपलोड कर ऑनलाइन कर दिया है। ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों माध्यम से प्राप्त स्वघोषणा की कुल संख्या 3798514 है। इनमें से 249847 आवेदन ऐसे हैं जो ऑफलाइन माध्यम से शिविरों में प्राप्त हैं, जिन्हें ऑनलाइन करना शेष है। 393783 स्वघोषणा के साथ सर्वाधिक प्रपत्र-2 रोहतास जिले में प्राप्त हुआ है, जबकि 295970 स्वघोषणा के साथ गया जिला दूसरे नंबर पर है। वहीं भोजपुर जिले में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मिलाकर कुल 33355 स्वघोषणा ही अबतक प्राप्त हुए हैं जबकि पूर्वी चंपारण भी इस मामले में 34594 स्वघोषणा के साथ नीचे से दूसरे स्थान पर है। सभी जिलों को निदेश दिया गया कि वो ज्यादा से ज्यादा रैयतों से संपर्क कर उन्हें स्वघोषणा अपलोड करने के लिए प्रोत्साहित करें।
सभी अंचलों में तेरीज या खतियान लेखन का काम भी प्रगति पर है। प्रपत्र-5 में लिखे जानेवाले इस खतियान की भी जिलावार समीक्षा की गई। सभी जिलों को मिलाकर कुल 9889 गांवों का खतियान लिखने का काम पूर्ण कर लिया गया है, जबकि 24739 मौजों में खतियान लेखन का काम जारी है। बाकि मौजों में भी शीघ्र ही शुरू कर दिया जाएगा। भूमि सर्वेक्षण के कार्य में लगे सभी विशेष सर्वेक्षण कर्मियों को सितंबर माह तक का वेतन हर हाल में पूजा की छुट्टी से पहले मिल जानी चाहिए। इसके लिए जो भी जरूरी कदम हो उन्हें उठाया जाए और मंगलवार तक हर हाल में वेतन का भुगतान कर दिया जाए। यह निदेश भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशक श्रीमति जे0 प्रियदर्शिनी ने सभी बंदोबस्त पदाधिकारियों की बैठक में दिया। सभी जिलों के बंदोबस्त पदाधिकारियों द्वारा बैठक में बताया गया कि नवनियुक्त कर्मियों का बैंक में अकाउंट खुल गया है, निदेशालय से आवंटन प्राप्त है, भुगतान की कार्रवाई की जा रही है और उनके द्वारा अगले एक दो दिन में यह कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।