N4N DESK - बिहार में अधिकारी किस तरह मनमानी करते हैं। इसका एक बड़ा उदाहरण मधेपुरा में देखने को मिला है। जिला में साहेब एडीएम के ओहदे पर कायम हैं. जाहिर सी बात है हनक के साथ जिने की आदत हो गई है। इतना ही नहीं एडीएम साहब को हर कीमत पर अपनी बात मनवाने की संभवतः लत लग गई है। उसी का परिणाम है कि खेल ग्राउंड में ही अपने बेटे की उम्र के खिलाड़ी पर इतना गुस्सा हो गए कि उन्होंने न सिर्फ बैडमिंटन के रैकेट से उसे दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, बल्कि उसका सिर भी फोड़ दिया। इस घटना का वीडियो भी वहां मौजूद एक खिलाड़ी के मोबाइल में कैद हो गया
बैडमिंडन खेलने को लेकर हुआ विवाद
पूरा मामला मधेपुरा के जिला पदाधिकारी तरणजोत सिंह के आवास के बगल में अवस्थित बीपी मंडल इंडोर स्टेडियम में बने बैडमिंटन कोर्ट में रविवार शाम कुछ खिलाड़ी प्रैक्टिस कर रहे थे। तभी मधेपुरा एडीएम (विभागीय जांच) शिशिर कुमार मिश्रा भी वहां कुछ अन्य अधिकारियों के साथ पहुंचे और खिलाड़ियों से उनके साथ बैंडमिंटन खेलने का दवाब बनाया। अधिकारी के दबाव के कारण खिलाड़ी उनके साथ खेलने के लिए राजी हो गए।
इसी दौरान एक खिलाड़ी के गलत शॉट खेल देने से एडीएम शिशिर कुमार गुस्से में आगबबुला हो गए और बैडमिंटन की रैकेट से उसे कोर्ट और कोर्ट से बाहर तक दौड़ा-दौड़ा कर पीटना शुरू कर दिया। वहीं उसे बचाने गए दूसरे लड़के की भी रैकेट से पिटाई कर दी और उसका बैडमिंटन रैकेट तोड़ दिया। दूसरे खिलाड़ी को सिर में चोट लगी है। साथ ही गले और हाथ भी जख्मी हो गए। एडीएम ने उस खिलाड़ी की बैंडमिंटन रैकेट तक तोड़ डाला और आगे से कोर्ट में प्रैक्टिस नहीं करने की धमकी भी दी। मारपीट करके एडीएम साहब वहां से निकलते बने।
दूसरे अधिकारियों ने भी नहीं की मदद
इतना ही नहीं वहां मौजूद अन्य अधिकारियों ने एडीएम को खिलाड़ियों से पीटने से रोकने की कोशिश नहीं की, न ही उनका इलाज कराना जरुरी समझा। एडीएम के इस कारनामे का पूरा वीडियो वहां रखे एक मोबाइल फोन में कैद हो गया है, जो अब वायरल हो रहा है। वीडियो में साहेब को खिलाड़ियों को पीटते हुए देखा जा सकता है।
गलत वीडियो देखने पर लगाई फटकार, पीटने की बात गलत
वहीं मामले में बढ़ते तूल को लेकरएडीएम शिशिर कुमार मिश्रा ने कहा कि वीडियो फुटेज गलत है। बैडमिंटन खेलने के दौरान हल्की-फुल्की भागदौड़ हुई थी। जिसमें बैडमिंटन रैकेट टूट गया। बच्चों को नया बैडमिंटन रैकेट खरीद कर दे दिया गया है।
घटना को लेकर एडीएम शिशिर कुमार मिश्र ने कहा कि इनडोर स्टेडियम में कुछ बच्चा मोबाइल पर उल्टा पुल्टा देख रहा था। उसी दौरान हम वहां पहुंच गए। बच्चे को डांटा तो वो लोग ठहाका मार कर हंसने लगे और बूढ़ा कह कर चिढ़ाने लगे। इसी को लेकर मैंने बच्चे को डांट दिया। मारपीट का आरोप गलत है।
डीएम करें कार्रवाई
फिलहाल पीड़ित खिलाड़ी अधिकारियों के इस कृत्य से काफी डरे और सहमे हुए हैं. जिला अधिकारी तरणजोत सिंह से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं