Bihar News: नवादा के लोगों को परेशानी का सामना अब करना पड़ेगा. गया रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म 06 और 07 के पुनर्विकास कार्य के लिए लिए जाने कारण किऊल-गया रेलखंड पर चार जोड़ी ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया गया है। 24 नवम्बर से 07 जनवरी 2025 तक कुल आठ ट्रेनों का परिचालन रद्द करने की घोषणा की गई है। पूर्व मध्य रेलवे के सीपीटीएम, हाजीपुर द्वारा सभी सीनिरयर डीओएम को प्रेषित पत्र में किऊल-गया रेलखंड की आठ ट्रेनों का परिचालन रद्द रखने की सूचना दी गई है। इन परिस्थितियों में अब अपने गंतव्य तक जाने के लिए नियमित यात्रियों को अन्य विकल्पों का सहारा लेने की बाध्यता हो गई है। गया से किऊल तक परिचालित कई बेहद निर्भरता वाली ट्रेनों के रद्द हो जाने से यात्रियों की परेशानी चरम पर होगी।
दो फास्ट और छह पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन रद्द किए जाने की सूचना दी गई है। 03615-03616 अप-डाउन जमालपुर-गया फास्ट पैसेंजर के अलावा 03385-03386 अप-डाउन झाझा-गया पैसेंजर के साथ ही 03390 गया-किऊल पैसेंजर, 03393-03394 अप-डाउन किऊल-गया पैसेंजर तथा 03627 किऊल-गया पैसेंजर का परिचालन 45 दिनों के लिए रद्द कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में विगत 11 नवम्बर से लेकर 24 दिसम्बर तक परिचालन रद्द किए जाने की सूचना दी गई थी।
केजी रेलखंड पर गया से सुबह चलने वाली पहली सवारी गाड़ी 03386 झाझा-गया पैसेंजर दैनिक यात्रियों के लिए सबसे मुफीद ट्रेन है। सामान्यत इसी ट्रेन से सरकारी सेवारत ज्यादातर दैनिक यात्री अपने दफ्तरों के लिए रवानगी करते हैं। इस ट्रेन से सभी अपने नियत समय पर कार्यालय पहुंच जाते हैं लेकिन इसे रद्द कर दिया गया है। इसके विकल्प के तौर पर गया से खुलने वाली दूसरी ट्रेन 05404 गया-जमालपुर फास्ट पैसेंजर है, जिसके परिचालन में टाइमिंग का ध्यान नहीं रखे जाने से बड़ी बाधा रहती है। इस ट्रेन से तिलैया, नवादा, वारिसलीगंज, काशीचक और शेखपुरा तक जाने वाले यात्री हमेशा ही कार्यालय पहुंचने में लेट हो जाते हैं।
ऐसे में अब सभी दैनिक यात्रियों को बस अथवा अपनी बाइक से आने-जाने की वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी। यह समयसाध्य और व्ययसाध्य साबित होगा। 03615 जमालपुर-गया फास्ट पैसेंजर का इस्तेमाल भी बहुतायत में होता रहा है। खासकर गया के लिए वापसी करने वालों के लिए यह एक अच्छा विकल्प साबित होता था लेकिन इसके लाभ से भी वंचित रहना पड़ जाएगा। गया से वापसी में 03616 गया-जमालपुर फास्ट पैसेंजर काफी बेहतर साबित होता रहा है। यह नवादा से वारिसलीगंज, काशीचक आदि स्टेशन तक के लिए वापसी करने में सहायक सिद्ध होती रही है। किऊल से गया के लिए सुबह परिचालित 03627 किऊल-गया पैसेंजर का रद्द रहना भी काफी कष्टप्रद साबित होने वाला है। हालांकि इसके अलावा भी अन्य ट्रेनों का रद्द रहना अगले 45 दिनों के लिए यात्रियों पर भारी पड़ने वाला है।
रिपोर्ट- अमन कुमार