Bihar News: पटना के पटेलनगर स्थित एक आसरा शेल्टर होम में पिछले सप्ताह खिचड़ी खाने के बाद तीन बच्चियों की मौत हो गई है। कई लड़कियां अब भी इलाजरत हैं। इसी बीच इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पटना जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने जांच रिपोर्ट आने के बाद बड़ा बयान दिया है। दरअसल, आसरा गृह में लड़कियों की मौत का कारण पोटेंचियल हेमरेज और फूड प्वाइजनिंग बताया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण पोटेंचियल हेमरेज और फूड प्वाइजनिंग सामने आया है।
जांच रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर ने पटना में आश्रय गृह में तीन बच्चियों की मौत के मामले पर जिला प्रशासन के जांच रिपोर्ट में सामने आई जानकारियों को साझा की है। उन्होंने कहा है कि बच्चियों को खिलाई गई खाद्य सामग्री में गड़बड़ थी। बच्चियों को ऐसा खाना पड़ोसा गया जो खाने योग्य नहीं था। जांच में पाया गया है कि बच्चियों को खिलाई जाने वाले मसाले सही नहीं थे।
अधीक्षका को किया गया निलंबित
पटना डीएम ने बताया कि, आश्रय गृह में मसाले सप्लायर पर प्राथमिक की दर्ज की गई है। विभाग की तरफ से उसे ब्लैक लिस्ट भी किया जा रहा है। साथ ही साफ सफाई और देखभाल की कमी भी सामने आई है। इस मामले में अधीक्षक दोषी पाई गई है। बताया जा रहा है कि घटना के समय अधीक्षिका छुट्टी पर थी। अधीक्षिका अनधिकृत रूप से अनुपस्थित थी। अधीक्षका को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
आसरा गृह के सभी स्टाफ हटाए गए
पटना डीएम ने बताया कि, आसरा गृह के सभी स्टाफ को हटा दिया गया है। नए स्टाफ की तैनाती हुई है। अननेचुरल डेथ का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अपनी जांच कर रही है। जिला प्रशासन की तरफ से जांच रिपोर्ट पर यह सख्त कार्रवाई की गई है। तीन लड़कियों की मौत के बाद एक महिला गंभीर रूप से आईसीयू में भर्ती है। जिसका इलाज जारी है।
मसाले सप्लायर को किया गया ब्लैकलिस्टेड
मिली जानकारी अनुसार होम में सामग्री आपूर्ति करने वाले दीपू इंटरप्राइजेज को भी समाज कल्याण विभाग ने ब्लैकलिस्टेड कर दिया है। जांच के क्रम में या पाया गया है कि शेल्टर होम के अंदर जो धनिया और हल्दी के मसाला पाउडर की आपूर्ति की गई थी। उसमें मनुष्य के लिए वर्जित सामग्री का उपयोग किया गया था।