Bihar News: एक महिला दारोगा के लिए ड्यूटी के दौरान मोबाइल चलाना बहुत महंगा साबित हुआ है। मोतिहारी के बापू सभागार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के जिला कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान श्वेता कुमारी, जो नगर थाने की दारोगा थीं, की ड्यूटी मुख्य गेट पर लगाई गई थी। वीआईपी कार्यक्रम होने के कारण उन्हें विशेष रूप से सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई थी ताकि गेट पर कोई चूक न हो।
हालांकि, पुलिस मुख्यालय के सख्त निर्देश थे कि ड्यूटी के दौरान कोई भी पुलिसकर्मी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करेगा, इसके बावजूद श्वेता कुमारी अपनी ड्यूटी पर मोबाइल चला रही थीं और वीडियो-रील्स देख रही थीं। जब नगर थाना अध्यक्ष ने उन्हें टोका, तब भी उन्होंने इस निर्देश का पालन नहीं किया।
थाना अध्यक्ष ने श्वेता कुमारी पर की कार्रवाई
इस लापरवाही की जानकारी नगर थाना अध्यक्ष ने एसपी स्वर्ण प्रभात को दी, जिन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए श्वेता कुमारी को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया। एसपी ने बताया कि पुलिस मुख्यालय से लगातार निर्देश मिलते रहे हैं कि पुलिसकर्मी ड्यूटी के समय स्मार्टफोन का प्रयोग न करें और यदि जरूरी हो तो केवल साधारण मोबाइल फोन का इस्तेमाल बात करने के लिए करें। श्वेता कुमारी की लापरवाही के चलते यह मोतिहारी में पहली कार्रवाई है जो पुलिस मुख्यालय के आदेश के तहत की गई है।
श्वेता कुमारी के निलंबन करने का आदेश
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाली श्वेता कुमारी के निलंबन करने का आदेश दिया है। पुलिस मुख्यालय लगातार पुलिसकर्मियों को निर्देश दे रहा है कि ड्यूटी के वक्त कोई भी पुलिसकर्मी स्मार्ट मोबाइल का प्रयोग नहीं करें। अगर जरूरत हो तो छोटे मोबाइल का वह प्रयोग बात करने के लिए कर सकते हैं। इधर, कार्यक्रम के दौरान जिस तरह श्वेता सिंह की लापरवाही सामने आई है और पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद मोतिहारी में सबसे पहली कार्रवाई श्वेता कुमारी के रूप में हुई है।