BPSC exam news: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने स्पष्ट किया है कि 13 दिसंबर को आयोजित 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (सीपीई) 2024 को प्रश्नपत्र लीक के आरोपों के कारण रद्द नहीं किया जाएगा। बीपीएससी परीक्षा नियंत्रक राजेश कुमार सिंह ने कहा कि पूरी परीक्षा रद्द करने का कोई सवाल नहीं है। बापू परीक्षा परिसर में उपद्रवी अभ्यर्थियों के एक समूह द्वारा व्यवधान डालने के कारण केवल उस केंद्र की परीक्षा रद्द की गई है। प्रभावित केंद्र की पुनः परीक्षा 4 जनवरी को किसी अन्य केंद्र पर आयोजित की जाएगी।”
कोचिंग संस्थानों पर आरोप
परीक्षा नियंत्रक ने आरोप लगाया कि कुछ निजी कोचिंग संस्थान अभ्यर्थियों को भ्रमित कर रहे हैं और उन्हें परीक्षा रद्द करने की मांग के लिए उकसा रहे हैं। सिंह ने इस मांग को "निराधार" बताया।
राजनीतिक हस्तक्षेप और प्रदर्शन
परीक्षा विवाद ने राजनीतिक मोड़ ले लिया है, क्योंकि कई नेता प्रदर्शनकारियों का समर्थन कर रहे हैं। मामले पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को परीक्षा रद्द करने की मांग करते हुए पत्र लिखा।कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और सांसद पप्पू यादव ने भी परीक्षा रद्द करने की बात कही। जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों से मुलाकात कर सरकार को चेतावनी दी कि अगर तीन दिन में समाधान नहीं हुआ, तो वे आंदोलन का नेतृत्व करेंगे।
प्रदर्शनकारियों का रुख
अभ्यर्थियों ने राजनीतिक दलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा उनके आंदोलन का उपयोग करने की कोशिश का विरोध किया। इस दौरान यूट्यूबर गुरु रहमान (गुरु खान) और खान सर जैसे प्रमुख शिक्षकों को प्रदर्शनकारियों ने अपने आंदोलन से दूर रहने को कहा। प्रदर्शनकारियों ने इन नेताओं और शिक्षकों पर आंदोलन को अपने एजेंडे के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
धरने की मौजूदा स्थिति
गर्दनीबाग धरना स्थल पर पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से प्रदर्शन चल रहा है। प्रदर्शनकारी 13 दिसंबर को हुई पूरी बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं।बीपीएससी ने इस विवाद को नियंत्रित करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए हैं:केवल प्रभावित केंद्र की परीक्षा रद्द की गई है। पुनः परीक्षा 4 जनवरी को नए केंद्र पर आयोजित की जाएगी।