Bihar teacher news: बिहार सरकार ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को राहत देते हुए उनके काटे गए वेतन की वापसी का निर्णय लिया है। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने विधानपरिषद में जानकारी दी कि वेतन वापसी की प्रक्रिया की समीक्षा दिसंबर तक पूरी कर आदेश जारी कर दिए जाएंगे।
मासिक की जगह त्रैमासिक परीक्षाएं
सरकार ने स्कूलों में मासिक परीक्षाओं को समाप्त कर त्रैमासिक परीक्षाएं शुरू करने का ऐलान किया है। यह बदलाव शिक्षकों और छात्रों दोनों के लिए मूल्यांकन प्रक्रिया को सरल और अधिक प्रभावी बनाएगा।
अनुशासनहीनता छोड़कर सभी मामलों में वापसी
शिक्षा मंत्री के अनुसार, जिन शिक्षकों का वेतन देरी से स्कूल आने या आंदोलन में भाग लेने के कारण काटा गया था, उन्हें वापस किया जाएगा। हालांकि, अनुशासनहीनता के मामलों में कोई राहत नहीं दी जाएगी। कई जिलों में शिक्षकों को वेतन की राशि लौटाई जा चुकी है, और शेष प्रक्रिया दिसंबर तक पूरी कर ली जाएगी।
10,000 शिक्षकों का वेतन कटा था
जदयू के सदस्य संजीव कुमार सिंह ने बताया कि लगभग 10,000 शिक्षकों का 15 दिनों तक का वेतन काटा गया था। सरकार ने सभी मामलों की जांच और समाधान का भरोसा दिलाया है।
महिला शिक्षकों के लिए मातृत्व अवकाश पर समीक्षा
महिला शिक्षकों को मातृत्व अवकाश के दौरान वेतन देने की मांग पर विचार किया जा रहा है। वर्तमान में, वेतन केवल कार्यालय में योगदान के बाद दिया जाता है। शिक्षा मंत्री ने इसे सकारात्मक सुझाव मानते हुए दिसंबर में इस पर निर्णय लेने का आश्वासन दिया।
पदोन्नति प्रक्रिया में सुधार
शिक्षकों की नियमित पदोन्नति के लिए सरकार ने नई व्यवस्था लागू करने का वादा किया है। इसके तहत हर महीने एक तय तारीख पर पदोन्नति प्रक्रिया पूरी की जाएगी। लंबित वेतन और अन्य समस्याओं के समाधान के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं।
डीईओ की गड़बड़ी पर सख्त कार्रवाई
जिलों में वेतन भुगतान में देरी की शिकायतों पर शिक्षा मंत्री ने बताया कि अक्टूबर तक का वेतन जारी किया जा चुका है। किसी जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) की गड़बड़ी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।