Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग के एसीएस डॉ एस सिद्धार्थ ने बिहार की बदहाल शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने का बीड़ा उठा लिया है। शिक्षा विभाग के द्वारा एक के बाद एक आदेश जारी किया जा रहा है। इसी क्रम में बिहार में यू-डायस पोर्टल पर छात्रों के डेटा अपडेट करने में लापरवाही बरतने वाले प्रधानाध्यापकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। गोपालगंज के कुचायकोट प्रखंड में 100 से अधिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों का वेतन रोक दिया गया है।
क्या है मामला?
शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को यू-डायस पोर्टल पर छात्रों का डेटा अपडेट करने का निर्देश दिया था। निर्धारित समय सीमा के भीतर कई स्कूलों ने यह काम पूरा नहीं किया। शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को मात्र 24 घंटे का समय दिया है इसके बाद इन शिक्षकों की सैलरी काटी जाएगी। शिक्षा विभाग ने इनसे स्पष्टीकरण मांगा है।
क्या कार्रवाई हुई?
जानकारी अनुसार कुचायकोट के बीईओ ने 100 से अधिक प्रधानाध्यापकों का वेतन रोक दिया है। इन प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। प्रधानाध्यापकों को 24 घंटे के अंदर काम पूरा करने का अंतिम मौका दिया गया है। अगर काम पूरा नहीं होता है तो इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
बक्सर में बदलाव
दूसरी ओर बक्सर जिले में इसी तरह के मामले में शिक्षकों के वेतन रोकने के बजाय उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने का फैसला लिया गया है। अब लापरवाही होने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। विभागीय निर्देशानुसार जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र पांडेय ने इसको लेकर कार्यालय आदेश जारी किया है। साथ ही उन्होंने पिछले अगस्त में 15 शिक्षकों के स्थगित वेतन को विमुक्त कर दिया है।
इन स्कूलों प्रधानाध्यापक का वेतन किया गया था अवरुद्ध
प्राथमिक विद्यालय जमुआ टोला, उत्क्रमित कन्या उच्च विद्यालय एकरासी, उर्दू प्राथमिक विद्यालय बुढ़ाडीह, मध्य विद्यालय सिकरौल, मध्य विद्यालय मनहथा, प्राथमिक विद्यालय तुरांव पट्टी, मध्य विद्यालय धोबहीं, प्राथमिक विद्यालय अनुसूचित मठिया, वीर कुंवर सिंह मध्य विद्यालय, कन्या प्राथमिक विद्यालय दलसागर, मध्य विद्यालय अखौरीपुर गोला, आदर्श उच्च विद्यालय चौसा, मध्य विद्यालय इंदौर, मध्य विद्यालय सिद्धिपुर और मध्य विद्यालय कुलमनपुर।