BPSC VACCANCY: बिहार में एक ओर नौकरी को लेकर युवाओं और बेरोजगार वर्ग में मारामारी की स्थिति देखने को मिलती है। दूसरी ओर बिहार लोक सेवा आयोग के एक विभाग में भर्ती के लिए योग्य उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं। दरअसल, बिहार सरकार विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चला रही है, लेकिन योग्य शिक्षक मिलने में कठिनाई हो रही है। तीसरे चरण में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने 87,774 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था, लेकिन केवल 66,608 शिक्षक ही अंतिम रूप से चयनित हो सके। इस प्रक्रिया में 21,166 पद खाली रह गए क्योंकि इन पदों के लिए योग्य शिक्षक नहीं मिले।
नहीं मिल रहे योग्य उम्मीदवार
ये पहली बार नहीं है कि जब बीपीएससी ने वैकेंसी निकाली हो और उसे पद के लिए योग्य उम्मीदवार ना मिले हो। इसके पहले भी बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) को राज्य अग्निशमन सेवा के निदेशक-सह-राज्य अग्निशमन पदाधिकारी के पद पर भर्ती के विज्ञापन निकाला था। लेकिन इस भर्ती के लिए कोई योग्य उम्मीदवार नहीं मिला। जिस कारण बीपीएससी को यह भर्ती वापस लेनी पड़ी थी। ठीक वैसे ही शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण में करीब 21166 पद खाली ही रह गए हैं क्योंकि इन पदों के लिए आयोग को योग्य उम्मीदवार नहीं मिले।
चौथे चरण में बढ़ेगी रिक्तियों की संख्या
वहीं तीसरे चरण के तहत चयनित शिक्षकों में से कई पहले से ही प्राथमिक या उच्च माध्यमिक स्तर पर नियुक्त हैं। ऐसे में चौथे चरण में रिक्तियों की संख्या और अधिक बढ़ने की संभावना है। दरअसल, पहले से ही 21,000 से अधिक पद खाली हैं। सरकार अब जिलेवार रिक्तियों का आकलन करेगी और नई रिक्तियों को सृजित करेगी। अनुमान है कि चौथे चरण में 50,000 से अधिक पदों के लिए विज्ञापन जारी हो सकता है।
विज्ञान और भाषा विषयों में योग्य शिक्षक नहीं
कई विषयों, विशेषकर विज्ञान और भाषा में योग्य शिक्षक नहीं मिल रहे हैं। माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर पर विज्ञान के लिए शिक्षक बेहद कम उपलब्ध हैं। एससी, एसटी और दिव्यांग कोटे में भी पर्याप्त शिक्षक नहीं मिल पा रहे। सामान्य श्रेणी सहित सभी श्रेणियों में भी विज्ञान और भाषा विषयों के लिए उम्मीदवार कम संख्या में सफल हो रहे हैं।
विज्ञान विषय में चयन की स्थिति
विषय पदों की संख्या सफल उम्मीदवार
वनस्पति शास्त्र 1,485 566
जंतु विज्ञान 777 625
भौतिकी 1,961 441
गणित 1,220 779
रसायन शास्त्र 3,742 273
रसायन शास्त्र में स्थिति सबसे खराब रही, जहां 3,742 पदों के मुकाबले केवल 273 उम्मीदवार ही सफल हो सके।
बीपीएससी का बयान
बीपीएससी के सचिव सत्य प्रकाश शर्मा ने कहा,"योग्य शिक्षक नहीं मिलने के कारण बड़ी संख्या में पद खाली रह गए हैं। सबसे खराब स्थिति विज्ञान विषय की है, विशेष रूप से रसायन शास्त्र में, जहां न्यूनतम अंकों पर भी चयन करना पड़ा।" भाषा विषयों में भी योग्य शिक्षक नहीं मिल सके, जिससे इन विषयों की सीटें खाली रह गईं। वहीं चौथे चरण की नियुक्तियों के लिए सरकार रिक्त पदों का पुनः मूल्यांकन करेगी। प्राथमिकता विज्ञान और भाषा विषयों के शिक्षकों की होगी। साथ ही, सभी श्रेणियों में रिक्त पदों को भरने के लिए अधिक प्रभावी योजना तैयार की जा रही है।