कौन नहीं चाहता कि उसके जीवन में हमेशा खुशियाँ ही खुशियाँ रहें? दुर्भाग्य के बादल जब हमारे जीवन में छा जाते हैं तो हम अक्सर उम्मीद खो देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ आसान से उपायों से हम अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा ला सकते हैं और दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकते हैं? आज हम बात करेंगे एक ऐसे ही उपाय की जिसके बारे में शास्त्रों में भी उल्लेख मिलता है। यह उपाय है बरगद के पत्ते पर हल्दी से स्वस्तिक बनाकर घर में रखना।
बरगद का पेड़ - वृक्षराज
बरगद का पेड़ सदियों से पूजनीय रहा है। इसे वृक्षराज भी कहा जाता है। हिंदू धर्म में बरगद के पेड़ को देवताओं का वास माना जाता है। इसकी पत्तियों को भी पवित्र माना जाता है और कई धार्मिक अनुष्ठानों में इसका उपयोग किया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, बरगद की पत्ती में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों देवताओं का वास होता है।
स्वस्तिक - शुभ का प्रतीक
स्वस्तिक को शुभ का प्रतीक माना जाता है। यह सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। हिंदू धर्म के साथ-साथ बौद्ध धर्म और जैन धर्म में भी स्वस्तिक को शुभ माना जाता है। स्वस्तिक शब्द संस्कृत के 'सु' और 'अस्ति' शब्दों से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है 'कल्याण हो'।
बरगद का पत्ता और स्वस्तिक: एक शक्तिशाली संयोजन
बरगद के पत्ते पर हल्दी से स्वस्तिक बनाकर घर में रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाता है और दुर्भाग्य से मुक्ति दिलाता है। माना जाता है कि इससे धन और समृद्धि में वृद्धि होती है।
यह उपाय कैसे करें?
- शुभ मुहूर्त: गुरुपुष्य या रविपुष्य योग में यह उपाय करना सबसे शुभ माना जाता है।
- बरगद का पत्ता: एक ताजा बरगद का पत्ता लें।
- हल्दी: हल्दी की मदद से पत्ते पर स्वस्तिक का निशान बनाएं।
- घर में रखें: इस पत्ते को अपने पूजा घर या घर के मुख्य द्वार पर लगाएं।