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Chhath Mahaparv : छठ महापर्व को लेकर गया और जमुई डीएम ने कई घाटों का किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिए कई निर्देश

Chhath Mahaparv : छठ पर्व के अवसर पर छठ व्रतियों को अपेक्षित सुविधा प्रदान करने के लिए जिलाधिकारी गया डॉ त्यागराजन एसएम एवं वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती द्वारा संयुक्त रूप से गया जिला के महत्वपूर्ण छठ घाटों का निरीक्षण किया गया।

छठ घाटों का निरीक्षण
छठ घाटों का निरीक्षण - फोटो : manoj kumar

GAYA : श्रद्धा, भक्ति एवं आस्था का महापर्व छठ पर्व के अवसर पर छठ व्रतियों को अपेक्षित सुविधा प्रदान करने के लिए जिलाधिकारी गया डॉ त्यागराजन एसएम एवं वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती द्वारा संयुक्त रूप से गया जिला के महत्वपूर्ण छठ घाटों का निरीक्षण किया गया। सर्वप्रथम उन्होंने पिता महेश्वर छठ घाट पहुच कर, किये जाने वाले व्यवस्थाओ का जानकारी लिया। नदी के किनारे से घाट पहुच हेतु लोहे का चौड़ा प्लेट लगवाने को कहा है ताकि आम जन आसानी से घाट पर पहुच सके। घाट पर एव घाट पहुँचने की पूरी रास्ता में रौशनी की पूरी इंतेजाम रखे। नदी में कहीं को पानी मे ज्यादा गड्ढा न रहे, इसके लिये गोताखोर से गहराई जांच करवा ले। डैम के उत्तरी साइड अर्थात डैम के बाद नदी में ज्यादा गहरा को देखते हुए 100 मानपुर साइड से एव 100 मीटर गया साइड से बैरिकेडिंग करवाने को कहा है। साथ ही पदाधिकारी एव पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करवाने को कहा है। डैम के पास नियंत्रण कक्ष बनवाने को कहा है। सूर्यकुंड तालाब का निरीक्षण के दौरान उन्होंने गया नगर निगम एव भवन निर्माण विभाग के पदाधिकारियों को मजबूती से बेरीकेटिंग करने एवं तालाब के चारों ओर जमी काई को हटवाने का निर्देश दिया। साथ ही ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराने को भी कहा। उन्होंने कहा कि सूर्यकुंड के चारों तरफ पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था कराएं। चेंजिंग रूम अस्थाई, पी ए सिस्टम, सीसीटीवी अधिष्ठापन कंट्रोल रूम का निर्माण कराने सहित अन्य आवश्यक निर्देश दिए हैं। उन्होंने आश्वस्त कराया कि किसी भी हाल में कोई भी छठ व्रतियों, वेरीकेटिंग के बाहर पूजा ना करें, यह ध्यान दें। सूर्यकुंड घाट के निरीक्षण के दौरान बताया गया कि वर्तमान में सूर्य कुंड में लगभग 15-20 फीट गहरा पानी है। जिला पदाधिकारी ने सूर्य कुंड पानी एवं सूर्य कुंड से निकलने वाले विभिन्न रास्तों के बारे में विस्तार से जानकारी लिया। उन्होंने निर्देश दिया कि एंट्री एवं एग्जिट रास्ता सेपरेट रखें। उन्होंने अपर समाहर्ता आपदा शाखा को निर्देश दिया कि नाव सहित एसडीआरएफ की टीम सूर्यकुंड में उपलब्ध करवाना सुनिश्चित रखें।  सूर्य कुंड घाट में आने वाले सभी रास्तों को चलंत बनाएं। यदि कहीं भी रास्ता खराब है तो उसे तुरंत स्मूथ बनाएं। सभी रास्तों में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था रखें। इसके साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था पर विशेष ध्यान दें अभी से ही रूट लाइन तैयार कर ले। स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि संध्या अर्ग के समय सबसे ज्यादा भीड़ सूर्य कुंड में ही होता है। इसे देखते हुए जिला पदाधिकारी ने सभी व्यापक व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि बिजली के जर्जर तार या लटकी हुई तारों को तुरंत ठीक करावे। पहुच रास्ते मे एक व्यक्ति द्वारा अतिक्रमण कर, मकान निर्माण किया जा रहा है, डीएम ने एसडीएम को निर्देश दिया कि तुरंत जांच करते हुए अतिक्रमण हटवाए।

जिला पदाधिकारी ने आम जनों से अपील किया है कि सूर्यकुंड में अत्यधिक भीड़ को देखते हुए संध्या अर्घ्य देने वाले छठ व्रती दोपहर 2:00 ही आकर अपना स्थान ग्रहण कर ले। एकाएक शाम में न आवे। सूर्यकुंड में क्षमता से अधिक वीर होने पर उसे देवघाट में डाइवर्ट किया जाएगा। डीएम ने आम जनों को अपील करते हुए बताया कि राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष नए घाट अर्थात विष्णुपथ घाट का भी निर्माण करवाया है। आप उस घाट का भी प्रयोग कर सकते हैं।  पोलटेकनिक घाट निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने रास्ता को समतल बनवाने का निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिया कि छोटे आकार का जेसीबी मशीन लगाकर पूरे जंगल झाड़ को साफ करवा पर्याप्त संख्या में ट्यूबलाइट एवं बल्ब के माध्यम से रोशनी का पुख्ता इंतजाम करें घाट का प्रॉपर साफ सफाई करवाये। केंदुई घाट का निरीक्षण के दौरान उपस्थित छठ पूजा समिति के सदस्यों को जिलाधिकारी ने कहा कि केंदुई घाट पर काफी भारी संख्या में लोग उपस्थित होते हैं। नगर निगम को कहा कि केंदुई घाट को और अच्छे तरह साफ कराएं। उन्होंने वाहन पड़ाव के लिए उगे हुए झाड़ियों को साफ कराने का निर्देश दिया। उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि दूर-दूर से आने वाले छठ व्रती इसी घाट पर भगवान सूर्य का अर्घ्य देते हैं। उपस्थित स्थानीय ने बताया कि इस घाट पर भीड़ अधिक होने के कारण चार-पांच अलग अलग सब घाट (sub ghat) केंदुई घाट में बनाया जाता जिससे भीड़ नियंत्रित रहती है। उन्होंने अपर समाहर्ता आपदा को निर्देश दिया कि केंदुई घाट काफी बड़ा घाट है इसलिए इस घाट पर माइकिंग सिस्टम दुरुस्त रहनी चाहिए। साथ ही जगह-जगह पर चेंजिंग रूम बनवाना सुनिश्चित करें। जगह जगह सीसीटीवी लगवाए। केंदुइ घाट आने के सभी रास्तो को स्मूथ/ चलंत/ समतल बनवाये। इसके साथ कि रौशनी की पूरी व्यवस्था रखे। 

जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि जेसीबी मशीन से केंदुई घाट जाने के रास्ते को स्लोपिंग बनवाएं एवं चौड़ीकरण कराएं। ऐसी सूचना मिलती है कि संध्या अर्घ्य एव सुबह अर्घ्य देने आने वाले लोगो को ट्रैफिक जाम का बहुत समस्या होती है, इसे पूरी गंभीरता से ले। आमजन आसानी से घाट पहुच सके, उसके लिये वाहनों का आवागमन सुगम रखे। ज़िला पदाधिकारी ने आम जनों से अपील किया है कि जो श्रद्धालु केंदुई घाट पर अर्घ्य देना चाहते हैं तो वह समय से 1 घंटा पहले पहुच जाए यहां काफी अधिक भीड़ होती है। बेवजह रोड पर वाहन का पड़ाव न हो, इसे देखे। मुख्य सड़क को oneway रखे। खिरियावा घाट से बाईपास तक मोटरसाइकिल पुलिस टीम द्वारा भीड़ को रेगुलेट एव ट्रैफिक कंट्रोल किया जाएगा। घाट आने के रास्ते में जहां भी दलदल या जल जमाव है वहां पर बैरिकेडिंग करवाना सुनिश्चित करें रास्तों पर एवं घाटों पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित करवाये।  इसके उपरांत देवघाट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गयाजी डैम के निर्माण होने से फल्गु नदी में काफी पानी एकत्रित है इसे देखते हुए उन्होंने कहा कि स्टील ब्रिज से सीताकुंड जाने वाले पैदल पाथवे होते हुए पंचदेव घाट तक पूरी मजबूती से बैरिकेडिंग करवाये ताकि एक सीमित पानी के बाद कोई गहरा पानी की ओर नदी में न जा सकें। उन्होंने कहा कि वेरीकटिंग के ऊपर लाल रंग का झंडा का भी लगावे ताकि लोगों को महसूस हो सकेगी बैरीकटिंग के बाद गहरा पानी है। उन्होंने निर्देश दिया कि पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम, कंट्रोल रूम, चेंजिंग रूम, सीसीटीवी कैमरा सहित अन्य व्यवस्थाएं सभी घाटों पर रखें। उन्होंने नगर आयुक्त गया नगर निगम को निर्देश दिया कि नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत जितने भी छठ घाट हैं। सभी छठ घाटों में साफ सफाई की मुकम्मल व्यवस्था रखें। इसी प्रकार देवघाट के तरफ भी सभी तैयारियां रखे। एसडीआरएफ एव गोताखोर की टीम नाव सहित लगातार मूवमेंट में रहे, इसे सुनिश्चित करवाये। इसके पश्चात मानपुर सूर्यपोखर तालाब का निरीक्षण करते हुए भवन निर्माण के पदाधिकारी को निर्देश दिया की मजबूती के साथ बेरीकेटिंग करवाये। जेसीबी के माध्यम से साफ सफाई करवाये। जहां कहीं भी मिट्टी कटाव हो रहा है उसे ठीक करवाये। निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी सदर तथा नगर पुलिस उपाधीक्षक को निर्देश दिया कि सभी छठ घाट पर पटाखा फोड़ना पूरी तरह प्रतिबंधित है, सभी आयोजक समिति एव प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एव पुलिस पदाधिकारी इसे सुनिश्चित करवाये। निरीक्षण के क्रम में नगर पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता आपदा, एसडीओ सदर, टाउन डीएसपी, ज़िला आपूर्ति पदाधिकारी,  ज़िला खनन पदाधिकारी, जन सम्पर्क पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता बिजली, पुलिस उपाधीक्षक यातायात, उप नगर आयुक्त गया नगर निगम सहित अन्य पदाधिकारी के साथ साथ आयोजक समिति के सदस्य मौजूद थे।

वहीँ जमुई में लोकआस्था का महापर्व छठ के अवसर पर श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। इसकी सुनिश्चितता हेतु जमुई शहरी क्षेत्र के विभिन्न घाटों का निरीक्षण जिला पदाधिकारी जमुई अभिलाषा शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक जमुई चंद्र प्रकाश के द्वारा किया गया। साथ ही दीपावली और छठ पूजा को लेकर शांति समिति की भी बैठक समाहरणालय के संवाद कक्ष में आयोजित की गई। घाटों के निरीक्षण के दौरान सर्वप्रथम पत्नेश्वर छठ घाट, हनुमान घाट, बिहारी छठ घाट एवं त्रिपुरारी छठ घाट का निरीक्षण किया गया। जिसके उपरांत संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण के दौरान जहां भी छठ घाट असुरक्षित पाए गए। वहां बैरिकेडिंग लगाने तथा उसपर लाल कपड़ा बांधने का निर्देश संबंधित अधिकारी को दिया गया। जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद जमुई को निर्देश दिया कि रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था, साफ सफाई, चेंजिंग रूम, नियंत्रण कक्ष, वॉच टावर, एवं समुचित पार्किंग की व्यवस्था कराना सुनिश्चित करेंगे। इस बार छठ घाटों पर पटाखे नहीं जलाने सहित किसी तरह की आतिशबाजी का कड़ाई से अनुपालन कराना सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए है।निरीक्षण के समय अनुमंडल पदाधिकारी जमुई, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद जमुई, थानाध्यक्ष जमुई, नगर प्रबंधक जमुई सहित अन्य पदाधिकारी तथा कर्मी उपस्थित थे।

गया से मनोज और जमुई से सुमित की रिपोर्ट 

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