DGP BIHAR: बिहार पुलिस में नए डीजीपी विनय कुमार के आने के बाद से विभाग में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। विनय कुमार ने अपने कार्यभार संभालते ही भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रवैया अपनाते हुए कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। डीजीपी के आदेश के बाद राज्य के कई थानेदारों, दारोगा और इंसपेक्टर पर मामले दर्ज हो रहे हैं।
मुजफ्फरपुर में 134 पुलिसकर्मियों पर एफआईआर
डीजीपी के आदेश के बाद सबसे सबसे बड़ी कार्रवाई मुजफ्फरपुर जिले में हुई है। जहां एसएसपी ने 134 पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक फाइलें गायब करने और पुलिस डायरी अपने साथ ले जाने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई है। यह कार्रवाई पूरे राज्य में एक मिसाल बन गई है। मुजफ्फरपुर के 134 पुलिस अधिकारियों पर जिले की 943 आपराधिक मामलों की फाइल दबाने का आरोप है।
अन्य जिलों में भी कार्रवाई जारी
मुजफ्फरपुर के अलावा भी राज्य के कई अन्य जिलों में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। दारोगा, इंस्पेक्टर और अन्य अधिकारियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। डीजीपी ने स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार करने वाले किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।
लंबित मामलों का होगा निपटारा
डीजीपी विनय कुमार ने राज्य में लंबित मामलों का निपटारा करने के लिए स्पीडी ट्रायल चलाने का निर्णय लिया है। उन्होंने उन पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है जो कोर्ट में अपने बयान से पलट जाते हैं। साथ ही बिहार पुलिस सालों पुराने मामलों को अब खंगालना शुरू कर दिया है। मुकदमों को डिस्पोजल करने के लिए डीजीपी ने स्पीडी ट्रायल चलाने की भी बात लगातार कर रहे हैं।
जनता में बदलाव की उम्मीद
डीजीपी के इस कदम से जनता में पुलिस प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है। लोग अब पुलिस से न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। बिहार जो लगातार अपराधियों का आतंक देखने को मिल रहा था उसपर लगाम लगने की उम्मीद की जा रही है। पुलिस भी दिन रात गश्ती कर रही है।
कैसे बदली पुलिस की कार्यशैली
डीजीपी के आने के बाद पुलिस की गश्त में काफी इजाफा हुआ है। पुलिस अधिकारी अब पहले से अधिक सक्रिय हो गए हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई से पुलिस विभाग में पारदर्शिता बढ़ रही है। मालूम हो कि शुक्रवार को गृह विभाग की पीसी में भी राज्य के डीजीपी विनय कुमार भी मौजूद थे और उनहोंने क्राइम के ग्राफ को लेकर बहुत सारी बातें कही। उनके आदेश के बाद हर जिले के एसपी एक्शन में नजर में आने लगे हैं। बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, पटना, भागलपुर, बांका, मुंगेर और दरभंगा में अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई हो रही है। इस दौरान कुर्की वारंट की तामील, बालू माफिया, जमीन माफिया, कोयला माफिया और परीक्षा मफिया को चिन्हित किया जा रहा है।
बदली बदली नजर आ रही बिहार पुलिस
बता दें कि, पिछले शुक्रवार को ही विनय कुमार को बिहार का नया डीजीपी बनाया गया था। 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी विनय कुमार बीते शनिवार को पदभार ग्रहण किया था और 6 दिन में ही बिहार पुलिस बदली-बदली हुई नजर आ रही है। एसपी अब ऑफिस में न बैठकर घूमने लगे हैं। डीजीपी विनय कुमार के नेतृत्व में बिहार पुलिस में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई से पुलिस विभाग में सुधार की उम्मीद जगी है। आने वाले समय में बिहार पुलिस जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने में कामयाब होगी।