Patna Metro: पटना मेट्रो कॉरिडोर वन के लिए एजेंसी का हुआ चयन, 6 स्टेशनों और टनल का इतने महीने में होगा निर्माण....
Patna Metro: पटना मेट्रो परियोजना के तहत कॉरिडोर-1 के छह भूमिगत स्टेशनों और टनल निर्माण के लिए संवेदक (कॉन्ट्रैक्टर) का चयन कर लिया गया है। इतने माह में तैयार कर लिया जाएगा।
Patna Metro: पटना मेट्रो परियोजना के तहत कॉरिडोर-1 के छह भूमिगत स्टेशनों और टनल निर्माण के लिए संवेदक (कॉन्ट्रैक्टर) का चयन कर लिया गया है। हिन्दुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसे 42 महीनों के भीतर काम पूरा करना होगा। यह निर्माण कार्य जायका (JICA) के फंड से पहली बार हो रहा है। जिसके लिए एजेंसी का चयन किया गया है।
2565.80 करोड़ रुपये की लागत से होंगे स्टेशन और टनल तैयार
इस परियोजना के तहत पटना जंक्शन सहित छह स्टेशनों का निर्माण और मीठापुर रैंप से विकास भवन व विकास भवन से रुकनपुरा रैंप तक कुल 9.35 किलोमीटर लंबी भूमिगत टनल बनाई जाएगी। अभी तक एलिवेटेड सेक्शन का कार्य प्रगति पर है, जबकि भूमिगत निर्माण के लिए अब एजेंसी तय की गई है।
कहां होंगे स्टेशन, कितनी होगी दूरी?
रुकनपुरा से राजा बाजार: 958.25 मीटर
राजा बाजार से चिड़ियाघर: 2216.73 मीटर
चिड़ियाघर से विकास भवन: 1280.70 मीटर
विकास भवन से विद्युत भवन: 1437.52 मीटर
विद्युत भवन से पटना जंक्शन: 1424.02 मीटर
पटना जंक्शन से मीठापुर: 2042.50 मीटर
दो चरणों में होगा निर्माण कार्य
पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (PMRC) ने 27 दिसंबर 2023 को इस निर्माण कार्य के लिए दो भागों में निविदा जारी की थी। जिसके लिए जून 2025 में एजेंसी का चयन कर लिया गया है। पहला भाग इसमें रुकनपुरा, राजा बाजार और चिड़ियाघर स्टेशन का निर्माण होगा। साथ ही, पाटलिपुत्र एलिवेटेड स्टेशन से विकास भवन तक टनल बनाई जाएगी। इस सेक्शन के लिए 1377 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत थी, लेकिन एजेंसी ने 1147.50 करोड़ रुपये में कार्य की पेशकश की। वहीं दूसरा भाग इसमें विकास भवन, विद्युत भवन और पटना जंक्शन स्टेशन, और विकास भवन से मीठापुर रैंप तक की टनल शामिल है। इसके लिए 1683 करोड़ की अनुमानित लागत थी, जिस पर 1418.30 करोड़ रुपये की बोली लगाई गई।
29 मार्च 2023 को हुआ था JICA के साथ करार
पटना मेट्रो परियोजना के लिए जापान की एजेंसी जायका (JICA) से 29 मार्च 2023 को 5158 करोड़ रुपये के लोन का करार किया गया था। यह राशि भूमिगत स्टेशनों, टनल निर्माण, मेट्रो कोच, सिग्नलिंग सिस्टम, ओवरहेड इलेक्ट्रिक लाइन और ट्रैक बिछाने जैसे कामों में खर्च की जाएगी। इस फंड से अबतक दो चरणों में टेंडर जारी हुए हैं और दोनों के लिए एजेंसी का चयन हो चुका है।