Diwali 2024: इस साल दिवाली का शुभ पर्व 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को मनाया जा रहा है, और दीपोत्सव की शुरुआत दो दिन पहले धनतेरस से होती है। मान्यता है कि धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से सौभाग्य और समृद्धि का आगमन होता है। इस दिन नई चीजों की खरीदारी को बेहद शुभ माना जाता है, लेकिन कुछ खास बातों का ध्यान रखने से लक्ष्मी कृपा का अधिक लाभ मिल सकता है।
धनतेरस पूजा के नियम: सफाई से लेकर दीप जलाने तक इन बातों का ध्यान रखें
दिवाली की तैयारी पूरे घर की सफाई से शुरू करें क्योंकि धनतेरस पर घर की अच्छे से सफाई करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। माना जाता है कि जहां साफ-सफाई होती है, वहीं देवी लक्ष्मी का निवास होता है। घर के हर कोने को चमकाएं और त्योहार के स्वागत में घर का माहौल पवित्र और साफ बनाए रखें।
धनतेरस पर क्या न खरीदें: नुकीली चीजों से बचें, इन वस्तुओं को घर न लाएं
धनतेरस के दिन लोग कई चीजें खरीदते हैं। लेकिन कई ऐसी चीजें भी हैं जिन्हें इस दिन नहीं खरीदना चाहिए। जैसे कि धनतेरस के दिन चाकू या कोई नुकीली चीज न खरीदें, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है। इसके बजाय झाड़ू खरीदना बेहद शुभ माना जाता है, जो देवी लक्ष्मी का प्रतीक है। साथ ही इस दिन घर से पुराना और बेकार सामान बाहर निकाल दें।
धनतेरस पर क्या करें दान, किन चीजों का करें परहेज
धनतेरस के दिन दान करना शुभ माना जाता है, लेकिन इस दिन दान लरते समय कुछ बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है. जैसे धनतेरस पर चावल का दान न करें। इसके अलावा, घर में प्याज, लहसुन, अंडा और मांस जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन न करें। यह दिन पवित्रता और शुभता का होता है, इसलिए घर में सात्विक भोजन ही बनाएं।
धनतेरस पर दीप जलाएं और घर को करें रोशन, लक्ष्मी का स्वागत करें
धनतेरस की रात घर के हर कोने में दीपक जलाना चाहिए क्योंकि इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और लक्ष्मी का आगमन होता है। घर के सभी स्थानों पर दीपक लगाएं और घर को रोशन रखें ताकि घर में सुख-समृद्धि का वास हो। धनतेरस पर यदि आप पूजा कर रहे हैं, तो घर की सभी अनावश्यक वस्तुओं को हटाएं और गणेश-लक्ष्मी के साथ भगवान धन्वंतरि की मूर्ति स्थापित करें। इस शुभ दिन के नियमों का पालन करने से आपके घर में सुख-समृद्धि बनी रहेगी और दीपोत्सव का यह पर्व आपके जीवन में खुशियां लाएगा