Tejashwi Yadav: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नववर्ष के पहले दिन राज्यवासियों को शुभकामनाएं देते हुए एक खुला पत्र लिखा। इसमें उन्होंने बिहार के विकास को लेकर अपने सपनों, योजनाओं और वादों को साझा किया। तेजस्वी ने इसे बिहार के सुनहरे भविष्य की नींव रखने वाला साल करार दिया।
बिहार के सुनहरे भविष्य का वादा
अपने पत्र में तेजस्वी यादव ने लिखा कि साल 2025 का नाम इतिहास में बदलाव और नए बिहार के निर्माण की शुरुआत के रूप में दर्ज होगा। यह वह साल होगा जब बिहार के हर वर्ग—युवा, महिलाएं, बुजुर्ग, किसान, मजदूर, व्यापारी और कर्मचारी—राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक बदहाली और प्रशासनिक अराजकता को खत्म कर राज्य को प्रगति के नए पथ पर ले जाने का संकल्प लेंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि बिहार में व्याप्त भ्रष्टाचार, सरकारी सुस्ती और व्यवस्था की खामियों को खत्म किया जाएगा।
मेरे प्रिय बिहारवासियों,
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 1, 2025
सभी को नववर्ष 2025 की हार्दिक शुभकामनाएँ।
नववर्ष पर आपके नाम पत्र लिखा है। आपके सुझाव और आशीर्वाद का आकांक्षी!
आपका
तेजस्वी यादव! pic.twitter.com/fKIWl4KAGj
लोकलुभावन वादों की झड़ी
तेजस्वी यादव ने खुद को प्रदेश के लोगों का बेटा, भाई और दोस्त बताते हुए कई बड़े वादे किए:
200 यूनिट मुफ्त बिजली: सरकार बनने पर हर घर को 200 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी।
रोजगार सृजन: बेरोजगारी खत्म करने के लिए कृषि आधारित उद्योग, फूड प्रोसेसिंग यूनिट और इंडस्ट्रियल क्लस्टर की स्थापना होगी।
पलायन रोकने की पहल: नए उद्योग-धंधों का विकास कर पलायन को रोकने के प्रयास किए जाएंगे।
महिलाओं और वंचित वर्ग के लिए योजनाएं
तेजस्वी ने महिलाओं और जरूरतमंदों के लिए विशेष योजनाओं की घोषणा की।
माई-बहिन मान योजना: हर महीने माताओं और बहनों के बैंक खाते में ₹2,500 जमा किए जाएंगे।
पेंशन में वृद्धि: दिव्यांगों, विधवाओं और बुजुर्गों को ₹1,500 पेंशन मिलेगी, जो पहले ₹400 थी।
भ्रष्टाचार उन्मूलन: सरकारी कार्यालयों, थानों और ब्लॉकों से भ्रष्टाचार खत्म करने का वादा किया।
समान अधिकार: आरक्षण और आर्थिक न्याय के माध्यम से समाज के हर वर्ग को बराबरी का अधिकार देने का आश्वासन।
सभी से बदलाव में भागीदारी की अपील
तेजस्वी ने अपने संदेश में राज्यवासियों को एकजुट होकर बदलाव के इस ऐतिहासिक साल में योगदान देने की अपील की। उन्होंने लिखा कि राग-द्वेष को भूलकर भाईचारे और विकास की नींव रखें। मिलकर तरक्की की इबारत लिखें। ईश्वर, अल्लाह से प्रार्थना करें कि सबको सन्मति मिले। उन्होंने राज्य की जनता से संवाद, सहयोग और तर्कपूर्ण सुझावों के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया।