GAYA : आध्यात्मिक सोच और सांस्कृतिक विरासतीय परंपरा के समन्वय का देन है कोटेश्वर नाथ धाम महोत्सव। मेन गांव के ग्रामीण और पूर्व लोकायुक्त अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्याम किशोर शर्मा ने इस विरासत को संभालने और संजोने का हर संभव प्रयास किया है। उक्त बातें गुरूवार को पटना उच्च न्यायालय के न्यायधीश न्यायमूर्ति अनिल कुमार ने कही।
उन्होंने कहा कि कोटेश्वर नाथ धाम के विकास और यहां में महत्ता को विकसित करने में न्यायमूर्ति श्याम किशोर शर्मा की अहम भूमिका है। जिस तरह श्याम किशोर बाबू यहां के लिए समर्पित रहते हैं, अगर स्थानीय ग्रामीणों और जिला प्रशासन के अधिकारियों का सहयोग मिलता रहे तो यहां के महिमा के अनुसार बहुत जल्द ही कोटेश्वर नाथ धाम बिहार का देवघर बन जायेगा।
गुरूवार को बेलागंज के द्वापरकालीन शिवालय कोटेश्वर नाथ धाम में आयोजित दो दिवसीय कोटेश्वर महादेव दशहरा महोत्सव का समापन किया गया। इस दौरान महोत्सव के दूसरे दिन का कार्यक्रम मंच कलाकारों के नाम समर्पित रहा। समापन समारोह में आधा दर्जन से अधिक लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी। वहीं कार्यक्रम की मुख्य अदाकारा निशिका झा ने अपनी प्रस्तुति से दर्शक दीर्घा में खलबली मचा दी। निशिका झा ने अपनी प्रस्तुति का शुरूआत निमियां के दाढ़ मईया लगेला झुलुअबा और बबम बम भोले शंकर जैसे भक्ति गीतों से किया और हम तो नहीरे के रहली रसीली, लाली लाली ओठवा से चुएला ललईया हो जैसे लोक संगीत की एक के बाद एक झड़ी लगा दी। निशिका झा के मनमोहक प्रस्तुति से दर्शक दीर्घा में तालियों की गड़गड़ाहट गूंजती रही। आम से लेकर खास सभी मंत्रमुग्ध हो गए।
देर शाम जिला प्रशासन की ओर से अपर समाहर्ता अनुग्रह नारायण सिंह ने समारोह के समाप्ति की घोषणा की। उसके उपरांत मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों के द्वारा सभी कलाकारों को बुक्के और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ट नेता सह अधिवक्ता मुकेश कुमार, स्थानीय मुखिया मनोज शर्मा, जहानाबाद एडीजे विशाल कुमार, जिला जज ब्रजेश कुमार, उच्च न्यायालय पटना के वरिष्ट अधिवक्ता हंसराज, मंदिर न्यास कमिटी के अध्यक्ष झलकदेव शर्मा, उपाध्यक्ष किशोरी मोहन शर्मा, सचिव योगेंद्र शर्मा, भाजपा नेता दिलीप कुमार, दीपक कुमार, हम पार्टी के वरिष्ट नेता पंपी शर्मा, बीडीओ राघवेंद्र कुमार शर्मा, मेन थानाध्यक्ष आलोक रंजन सहित बड़ी संख्या में पुलिस प्रशासन के अधिकारी और गणमान्य लोग उपस्थित थे।
गया से प्रभात कुमार मिश्रा की रिपोर्ट