Bihar School News: बिहार सरकार और शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों जैसी सुविधाएं प्रदान करने के लिए लगातार नए प्रयास कर रहा है। हालांकि, विभागीय अधिकारियों और कर्मियों की सुस्ती और लापरवाही के कारण सुविधाएं बढ़ने के बजाय घटती जा रही हैं। एक बार फिर सरकारी स्कूलों का लापरवाही सामने आया है। इस मामले में शिक्षा विभाग ने कार्रवाई का आदेश दिया है।
गायब हो गई कक्षाएं और शौचालय
दरअसल, यू-डायस की समीक्षा में सामने आया है कि राज्य के स्कूलों से पिछले एक साल में 6,125 कक्षाएं कम हो गई हैं। अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने इस मामले की जांच के लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) को निर्देश दिए हैं। समीक्षा में यह भी पता चला कि 3,848 लड़कों के शौचालय, 3,207 लड़कियों के शौचालय, 4,006 कार्यशील लड़कों के शौचालय, 3,411 कार्यशील लड़कियों के शौचालय, 256 जलस्रोत और 395 कार्यशील जलस्रोतों की कमी हो गई है।
शिक्षा विभाग ने दिया जांच का आदेश
इसके अलावा, पिछले साल जिन 5,473 स्कूलों में बिजली की सुविधा थी, वे इस साल बिजली विहीन हो गए हैं। ये आंकड़े यू-डायस के पिछले दो वर्षों के आंकड़ों के मिलान के दौरान सामने आए। राज्यभर के 14,678 स्कूलों में, जिनमें नालंदा के 738 स्कूल भी शामिल हैं, इन कमियों की पुष्टि हुई है। समीक्षा में यू-डायस के आंकड़ों में गड़बड़ियां पाई गई हैं, जिनकी जांच के आदेश दिए गए हैं। डीईओ, नालंदा, राजकुमार के अनुसार, यह संभव है कि यू-डायस के कॉलम भरने में त्रुटियां हुई हों। जांच पूरी होने के बाद सही तथ्य सामने आएंगे।
कितने स्कूल जांच के घेरे में
अररिया 301, बांका 257, अरवल 94, औरंगाबाद 424, बेगूसराय 337, भागलपुर 297, भोजपुर 365, बक्सर 240, दरभंगा 565, गया 523, गोपालगंज 361, जमुई 340, जहानाबाद 296, कैमूर 362, कटिहार 358, खगड़िया 169, किशनगंज 337, लखीसराय 168, मधेपुरा 453, मधुबनी 534, मुंगेर 268, मुजफ्फरपुर 1194, नालंदा 738, नवादा 146, प. चंपारण 476, पटना 434, पूर्वी चंपारण 809, पूर्णिया 296, रोहतास 510, सहरसा 130, समस्तीपुर 628, सारण 323, शेखपुरा 168, शिवहर 91, सीतामढ़ी 270, सीवान 335, सुपौल 336, वैशाली 745 इन सभी स्कूलों में शिक्षा विभाग ने जांच का आदेश दिया है।