PATNA - बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका और छठ गीतों के लिए मशहूर 'बिहार कोकिला' पद्म भूषण शारदा सिन्हा के निधन पर पूरे राज्य में शोक की लहर है। युवा नेता राजू दानवीर ने आज शारदा सिन्हा के राजेंद्र नगर स्थित आवास पर जाकर उनके पार्थिव शरीर का दर्शन किया और उन्हें पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दुखद अवसर पर उन्होंने उनके शोकाकुल परिजनों से मुलाकात कर संवेदनाएं व्यक्त की और ढांढस बंधाया।
लोकगीतों को शारदा सिन्हा ने दी पहचान
राजू दानवीर ने कहा, "शारदा जी के निधन से लोक संगीत जगत ने एक अनमोल रत्न खो दिया है। उनकी मधुर आवाज़ ने लोकगीतों को एक नई पहचान दी। उनके गीत खासकर छठ पर्व के अवसर पर हर बिहारवासी के दिल में गूंजते हैं और वे हमेशा छठ के गीतों के माध्यम से जीवित रहेंगी। उनका योगदान लोक संगीत को सदियों तक प्रेरित करता रहेगा।"
पूरे बिहार के लिए क्षति
उन्होंने आगे कहा कि शारदा सिन्हा का जाना न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि उनके अनगिनत प्रशंसकों और पूरे बिहार के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके गीत आने वाली पीढ़ियों को भी सांस्कृतिक धरोहर के रूप में प्रेरणा देते रहेंगे।
बता दें कि 72 साल की उम्र में लंबी बीमारी के बाद बीती रात शारदा सिन्हा का दिल्ली एम्स में निधन हो गया था। जिसके बाद अंतिम संस्कार के लिए उनके शव को आज पटना लाया गया। जहां सीएम नीतीश कुमार सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
रिपोर्ट - रंजन कुमार