HAJIPUR - वैशाली के जिलाधिकारी यशपाल मीणा ने आज एक ढाई माह की बच्ची को मुंबई में रहने वाले बंगाली दंपति की देखरेख में सौंप दिया। यह बच्ची करीब ढाई महीने पहले सदर थाना क्षेत्र में परित्यक्त अवस्था में मिली थी। चाइल्ड हेल्पलाइन वैशाली की मदद से बच्ची को पहले सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर बाल कल्याण समिति के आदेश पर विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में रखा गया।
जिला बाल संरक्षण इकाई ने बच्ची के माता-पिता की तलाश के लिए अखबारों में विज्ञापन दिया, लेकिन 60 दिनों तक कोई दावेदार सामने नहीं आया। इसके बाद महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के दत्तक ग्रहण विनियमन 2022 के तहत बच्ची को गोद देने की प्रक्रिया शुरू की गई।
चार साल पहले कराया था पंजीकरण
मुंबई के दंपति ने एक बेटी की चाह में 2021 में सरकारी पोर्टल carings.wcd.gov.in पर पंजीकरण कराया था। पहले से एक बेटा होने के बावजूद वे बेटी के लिए पिछले चार साल से प्रतीक्षा कर रहे थे। जब उन्हें इस बच्ची के बारे में जानकारी मिली तो वे बेहद खुश हुए और जल्द से जल्द उसे अपने साथ ले जाने के लिए उत्सुक थे। विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में सबसे छोटी होने के कारण यह बच्ची वहां सभी की लाडली बन गई थी।
report - rishav kumar