Bihar News: बिहार के विकास को लेकर नीतीश सरकार सजग हैं। सीएम नीतीश प्रदेश में अन्य क्षेत्रों में विकास के साथ साथ पर्यटन के क्षेत्र में भी विकास कर रहे हैं। इसी कड़ी में अब बिहार के दो प्रमुख पर्यटन स्थलों का विकास अब वैश्विक स्तर पर किया जाना है। दोनों पर्यटन स्थलों के विकास के लिए नीतीश कैबिनेट ने करोड़ों की राशि को मंजूरी दे दी है। इसके तहत सहरसा का मत्यस्यगंधा झील और कैमूर जिला का करमचट ईको टूरिज्म एंड एडवेंचर हब का विकास किया जाएगा।
नीतीश कैबिनेट का अहम फैसला
दरअसल,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बिहार कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में राज्य के विभिन्न विभागों से जुड़े हुए कुल 33 एजेंडों पर मुहर लगी है। साथ ही नीतीश कैबिनेट ने बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त नियमावली 2024 को स्वीकृति दे दी है। नीतीश कैबिनेट ने मत्स्यगंधा झील के विकास के लिए 98 करोड़ स्वीकृत और कैमूर जिला अंतर्गत करमचट ईको टूरिज्म एंड एडवेंचर हब के विकास के लिए 49 करोड़ 73 लाख 33 हजार 440 रुपये की राशि को मंजूरी दी है।
इतने करोड़ की राशि मंजूर
बता दें कि, नीतीश कैबिनेट से सहरसा जिला अंतर्गत मत्स्यगंधा झील और उसके पास पर्यटकीय सुविधाओं के विकास के लिए 98 करोड़ 65 लाख 79 हजार 300 रुपये की स्वीकृति मिली है। वहीं, कैमूर जिला अंतर्गत करमचट ईको टूरिज्म एंड एडवेंचर हब के विकास के लिए 49 करोड़ 73 लाख 33 हजार 440 रुपये की राशि को मंजूरी मिली है। इसके पहले भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने 2024-25 के लिए बिहार को विशेष सहायता के अंतर्गत दो पर्यटन केंद्रों के विकास योजना को मंजूरी भी दी थी।
वैश्विक स्तर पर होगा विकास
बीते दिन पर्यटन विभाग के मंत्री नीतीश मिश्रा ने इसकी जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि, इसके तहत सहरसा का मत्स्यगंधा झील का विकास वैश्विक स्तर पर होगा। इस झील का विकास 97.61 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। साथ ही रोहतास-कैमूर की सीमा पर स्थित करमचट डैम का भी विकास वैश्विक स्तर पर किया जाएगा। इस डैम को 49.51 करोड़ रुपये की राशि से इको और एडवेंचर टूरिज्म का हब बनाया जाएगा। केंद्र सरकार ने इसकी लिए राशि जारी कर दी है।