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नए साल में बिहार को मिलेगा बड़ा तोहफा, 18 लेन पर दौड़ेगी गाड़ियां, उत्तर-दक्षिण हिस्से के लोगों की होगी चांदी

इन पुलों के बन जाने से गंगा नदी पर मौजूदा तीन पुलों की संख्या बढ़कर पांच हो जाएगी। इससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन और कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधार होगा।

नए साल में बिहार को मिलेगा बड़ा तोहफा, 18 लेन पर दौड़ेगी गाड़ियां, उत्तर-दक्षिण हिस्से के लोगों की होगी चांदी
नए साल में चालू होगा पुल- फोटो : freepik

Patna Bihar: गंगा नदी पर राजेंद्र सेतु के समानांतर नए सिक्स लेन पुल का निर्माण जनवरी 2025 तक पूरा होने की संभावना है। यह परियोजना 8.15 किमी लंबाई में, 1137 करोड़ रुपये की लागत से बन रही है। इसके साथ ही गांधी सेतु के समानांतर फोरलेन पुल का निर्माण भी 2025 के अंत तक पूरा हो सकता है।

इन पुलों के बन जाने से गंगा नदी पर मौजूदा तीन पुलों की संख्या बढ़कर पांच हो जाएगी। इससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन और कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधार होगा।

जेपी सेतु के पास सिक्स लेन रोड ब्रिज

जेपी सेतु के पश्चिम में 180 मीटर की दूरी पर सिक्स लेन रोड ब्रिज बनाया जा रहा है। पटना जिला प्रशासन ने इसके लिए पहले ही जमीन का अधिग्रहण पूरा कर लिया है।

जमीन अधिग्रहण का विवरण:

दीघा घाट के पास: 19.88 एकड़

दीघा रोटरी के पास: 2.21 एकड़

जेपी सेतु वाया डक्ट स्पैन के पास: 3.04 एकड़

पन्नापुर: 74.13 एकड़

इस परियोजना का निर्माण सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय कर रहा है और इसे 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

एमजी सेतु के समानांतर फोरलेन पुल

राजधानी पटना में एमजी सेतु के समानांतर एक फोरलेन पुल बनाया जा रहा है।

लंबाई: 14.5 किमी

लागत: 1794 करोड़ रुपये

निर्माण समयसीमा: दिसंबर 2025

विशेषताएं:

पुल के 5.6 किमी का हिस्सा गंगा नदी के ऊपर होगा।

दोनों ओर 8.9 किमी लंबी आठ लेन की मुख्य सड़क बनेगी।

एप्रोच रोड के दोनों तरफ दो-दो लेन के सर्विस रोड का निर्माण भी शामिल है।

यह पुल एक्स्ट्रा डोज केबल तकनीक से बनाया जा रहा है और इसमें कुल 33 पिलर्स का निर्माण होगा। अब तक 55% काम पूरा हो चुका है।

परियोजनाओं का असर

इन पुलों के निर्माण के साथ:

गंगा नदी पर कुल 18 लेन की सड़क हो जाएगी।

उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी।

आवागमन के समय में कमी आएगी और यातायात सुविधाएं बढ़ेंगी।

गंगा नदी पर ये नई परियोजनाएं क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में अहम भूमिका निभाएंगी।

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