Bihar News : राजद की ओर से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का एक वीडियो शेयर करते हुए बीजेपी को 'दोगले भाजपाईयों' से संबोधित किया गया है. एनडीए ने रविवार को राजद के इस अपशब्द वाले सम्बोधन पर कड़ी आपत्ति जताई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने इसे राजद की पुरानी संस्कृति बताया. वहीं भाजपा ने भी तेजस्वी को भाषाई लमपटीकारण का नौजवान चेहरा बता दिया.
दरअसल, राजद ने तेजस्वी यादव के चल रहे संवाद यात्रा का वीडियो शेयर किया है. इसमें तेजस्वी यादव संवाददाताओं से बात कर रहे है. उनके सवालों का जवाब दे रहे हैं. उनसे कई सवाल किए गए जिसका उन्होंने जवाब देते हुए भाजपा और एनडीए को निशाने पर लिया. इसी को शेयर करते हुए राजद के आधिकारिक ट्विटर हेंडल से एक पोस्ट में लिखा गया है - 'दोगले भाजपाईयों को बिहारियों की अत्यधिक चिंता हो रही है तो बिहार तो “विशेष राज्य” का दर्जा क्यों नहीं दे देते?'
जदयू के नीरज कुमार की सख्त हिदायत
जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने राजद के ट्वीट को लेकर लालू यादव और तेजस्वी यादव को आड़े हाथों लिया. उन्होंने पूछा कि राजद के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से क्या नेतृत्व की सहमति से एक राजनीतिक दल पर टिप्पणी की गई है. उन्होंने कहा कि एक राजनीतिक दल के लिए इस प्रकार के अमर्यादित शब्द लिखने वाले का हाथ नहीं कांपा. क्या जिसने लिखा वह अपने पारिवारिक और सामाजिक जीवन में ऐसे शब्द का इस्तेमाल करता है. क्या राष्ट्रीय जनता दल के आंतरिक मामलों में ऐसे शब्दों का प्रयोग होता है. क्या नेतृत्व की सहमति ऐसे शब्दों का इस्तेमाल हुआ. और अगर हुआ है तो यह दुर्भाग्य जनक है. यह राष्ट्रीय जनता दल की जो पुरातन संस्कृति है लगता है अभी तक उसका पीछा नहीं छोड़ा है.
भाषाई लमपटीकारण का नौजवान चेहरा तेजस्वी !
वहीं भाजपा प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि राजद का मतलब तो राजसी प्रवृति, जलादी संस्कृति और दलित विरोधी है. लेकिन हम नहीं जानते थे अब ये भाषाई लमपटीकारण का नौजवान चेहरा बनेंगे. राजद के ट्विटर हैंडल पर जिस शब्द का प्रयोग हुआ है यह बहुत बड़ा दुर्भाग्य है. उन्होंने तेजस्वी यादव को कहा कि आप अपने पिता के नक्शे कदम पर चल रहे हैं. वे राजनीति के हुए जोकर बने थे और आप मिमिक्री कर रहे हैं.
संस्कार सीखिए तेजस्वी
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मांगने वाली तेजस्वी की मांग के लिए अरविंद सिंह ने उन्हें आड़े हाथों लिया कि जब लालू यादव सत्ता में थे तब वे क्यों नहीं विशेष दर्जा दिलाए. वहीं अब तेजस्वी यादव बिहार का विरोध करने वाले अरविंद केजरीवाल जैसे का समर्थन कर रहे हैं जो बिहारियों को अपमानित करते हैं . उन्होंने तेजस्वी को सुझाव दिया कि शब्दों की मर्यादा रखिए और संस्कार सीखिए.