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Sheikhpura News - शेखपुरा में 31 साल बाद चर्चित मुरवरिया नरसंहार मामले में कोर्ट ने दिया फैसला, 38 अभियुक्तों को किया बरी

Sheikhpura News - जनवरी 1993 में शेखपुरा जिले के टाल क्षेत्र में दो जातियों के बीच वर्चस्व की लड़ाई के चलते खूनी संघर्ष हुआ। इस घटना में एक पक्ष के चार और दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। साथ ही महिलाओं के साथ दुष्कर्म और एक दर्जन से

38 अभियुक्तों को किया बरी

Sheikhpura -  जनवरी 1993 में  शेखपुरा जिले के टाल क्षेत्र में दो जातियों के बीच वर्चस्व की लड़ाई के चलते खूनी संघर्ष हुआ। इस घटना में एक पक्ष के चार और दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। साथ ही महिलाओं के साथ दुष्कर्म और एक दर्जन से अधिक लोगों को घायल करने के आरोप भी लगाए गए थे।31 साल की लंबी न्यायिक प्रक्रिया के बाद शेखपुरा जिले के इस चर्चित मामले के सभी 38 अभियुक्तों को विशेष अदालत ने साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया।

1993 में हुए चर्चित मुरवरिया नरसंहार मामले में आज बड़ा फैसला आया है। 31 साल की लंबी न्यायिक प्रक्रिया के बाद शेखपुरा जिले के इस चर्चित मामले के सभी 38 अभियुक्तों को विशेष अदालत ने साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया।

मामला जनवरी 1993 का है, जब शेखपुरा जिले के टाल क्षेत्र में दो जातियों के बीच वर्चस्व की लड़ाई के चलते खूनी संघर्ष हुआ। इस घटना में एक पक्ष के चार और दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। साथ ही महिलाओं के साथ दुष्कर्म और एक दर्जन से अधिक लोगों को घायल करने के आरोप भी लगाए गए थे।

घटना के बाद 100 से अधिक लोगों को अभियुक्त बनाया गया। इनमें से कई अभियुक्तों की मृत्यु हो चुकी है, और कुछ को पहले ही अलग-अलग अदालतों द्वारा रिहा कर दिया गया था।आज विशेष न्यायाधीश मधु अग्रवाल ने मामले का अंतिम फैसला सुनाते हुए सभी बचे हुए 38 अभियुक्तों को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया। यह फैसला जिला न्यायालय में सुनाया गया।

इस मामले की सुनवाई पहले मुंगेर न्यायालय में शुरू हुई थी, लेकिन बाद में इसे शेखपुरा जिला न्यायालय स्थानांतरित किया गया।न्यायालय से बरी हुए अभियुक्तों ने राहत और खुशी जताई है।  अधिवक्ता रविंद्र प्रसाद, किरानी प्रसाद और मो. तसीमुद्दीन ने इसकी जानकारी दी।31 साल तक चली इस न्यायिक प्रक्रिया के बाद मुरवरिया नरसंहार मामले का पटाक्षेप हो गया है।

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