SHEKHPURA : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा नई दिल्ली में प्रधानमंत्री वीर बालक पुरस्कार प्राप्त करने पर सौरव कुमार के गांव शेखपुरा जिले के शेखोपुरसराय प्रखंड अंतर्गत किशनपुर गांव में खुशी का माहौल देखा जा रहा है। बड़ी संख्या में लोग 10 वर्षीय वीर बालक सौरव कुमार के कारनामे की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं। गांव में पूरी तरह जश्न का माहौल देखा जा रहा है।
सौरभ कुमार को इस राष्ट्रव्यापी प्रतिष्ठित पुरस्कार के चयन को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय से विशेष रूप से नामित अधिकारी उसके गांव जाकर उसे माता-पिता के साथ जिला मुख्यालय से होते हुए हवाई मार्ग से दिल्ली ले गए। इस संबंध में उसके पड़ोस के रहने वाले लोगों ने बताया कि इसी साल बरसात के दिनों में गांव के तालाब में चार बच्चे को सौरव कुमार ने डूबते हुए देखा। भैंस की चरवाही कर रहे सौरभ कुमार अपनी जान की परवाह किए बिना तालाब में कूद गया और चारों डूब रहे बच्चों को बाहर निकाला। जिसमें से एक की मृत्यु हो चुकी थी।
तीन बच्चों के जिंदा बचाने पर गांव वालों ने उसे शाबासी देते हुए उसकी प्रशंसा में जुट गए थे। ग्रामीण और पड़ोसी उसके इस वीरता और दृढ़ता की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सौरभ के पिता पिंटू रावत और माता रेखा देवी बेहद ही गरीब परिवार से संबंध रखते हैं। उन्हें रहने के लिए अभी तक एक अदद पक्का मकान भी मयसर नहीं है। तीन बच्चों को तालाब में डूबने से बचने के बाद सौरभ कुमार का जीवन पूरी तरह बदल गया। जबकि इस संबंध में डीपीओ आईसीडीएस ने कहा की सौरभ ने जिला के नाम को ऊंचा करने का काम किया है। जबकि उन्होंने सौरभ के परिवारों को जिला प्रशासन द्वारा हर मदद उपलब्ध कराए जाने की भी बात कही है।
शेखपुरा से दीपक की रिपोर्ट