बिहारवासियों के सबसे बड़े पर्व, छठ पूजा के अवसर पर रेलवे ने दक्षिण बिहार और मिथिलांचल क्षेत्र के बीच सीधा रेल संपर्क स्थापित करने की पहल की है। इस साल पहली बार धनबाद से समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी होते हुए जयनगर तक एक विशेष ट्रेन चलाई जाएगी, जिससे छठ पर्व पर यात्रियों को अपने घर जाने में बड़ी सुविधा मिलेगी।
नई ट्रेन का ऐतिहासिक रूट
धनबाद से जयनगर के बीच चलने वाली इस स्पेशल ट्रेन को एक नया रूट दिया गया है, जो बिहारशरीफ, नालंदा, बाढ़ और मोकामा के रास्ते से होकर गुजरेगी। यह रूट न केवल दक्षिण बिहार के यात्रियों के लिए बल्कि मिथिलांचल क्षेत्र के लिए भी खास मायने रखता है। कुछ वर्षों पहले इसी रूट से इंटरसिटी ट्रेन चलती थी जो बाढ़-मोकामा होकर पटना जाती थी, लेकिन बाद में इसका रूट बदलकर मुजफ्फरपुर कर दिया गया। फिलहाल, बाढ़-मोकामा से जुड़े इस क्षेत्र में नियमित ट्रेन सेवा की कमी महसूस की जा रही थी, जिसे इस नई ट्रेन ने भर दिया है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस ट्रेन से बिहारशरीफ और नालंदा के लोगों को बहुत लाभ होगा क्योंकि ये इलाके अब तक सीधे मिथिलांचल से नहीं जुड़े थे।
छठ पर्व के अवसर पर धनबाद-जयनगर स्पेशल ट्रेन का टाइमटेबल
रेलवे ने जानकारी दी है कि ट्रेन संख्या 03345 धनबाद-जयनगर स्पेशल ट्रेन 6 नवंबर से संचालित होगी। धनबाद से यह ट्रेन शाम 18:40 बजे रवाना होगी और रास्ते में बाढ़, मोकामा, समस्तीपुर, दरभंगा और सकरी जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों पर रुकेगी। ट्रेन का समस्तीपुर आगमन रात 3:50 बजे, दरभंगा आगमन सुबह 6:10 बजे, मधुबनी पहुंचने का समय 7:58 बजे और जयनगर आगमन 9:15 बजे है। इस ट्रेन की वापसी सेवा 7 नवंबर से जयनगर से शुरू होगी। जयनगर से यह ट्रेन 11:30 बजे प्रस्थान करेगी और मधुबनी, सकरी, दरभंगा, समस्तीपुर के स्टेशनों पर रुकते हुए, अगले दिन रात 1:30 बजे धनबाद पहुंचेगी।
पूरी तरह एसी डिब्बों से लैस
इस विशेष ट्रेन में केवल एसी डिब्बे होंगे, जो यात्रियों को आरामदायक सफर का अनुभव देंगे। रेलवे का कहना है कि छठ पर्व के दौरान यात्रियों की संख्या को देखते हुए इस सुविधा को ध्यान में रखते हुए एसी डिब्बों का चयन किया गया है। यह न केवल यात्रियों के सफर को आरामदायक बनाएगा बल्कि लंबी यात्रा के दौरान भी उन्हें राहत मिलेगी।
धनबाद से जयनगर स्पेशल ट्रेन: छठ पर्व के लिए अनमोल सौगात
बिहार में छठ पूजा के अवसर पर घर लौटने वाले लाखों श्रद्धालु होते हैं जो अपने परिवार और प्रियजनों के साथ इस पर्व को मनाना चाहते हैं। इस नए रूट की स्पेशल ट्रेन न केवल इन यात्रियों को यात्रा का विकल्प देगी बल्कि इससे दक्षिण बिहार और मिथिलांचल के बीच एक नई कड़ी बनेगी। रेलवे की यह पहल स्थानीय लोगों के लिए बेहद फायदेमंद होगी और यात्री भीड़ को कम करने में सहायक सिद्ध होगी।
स्थानीय यात्रियों की मांग को लेकर उठाया कदम
स्थानीय यात्रियों की लंबे समय से यह मांग थी कि दक्षिण बिहार से मिथिलांचल के लिए एक सीधी ट्रेन सेवा शुरू की जाए, खासकर बाढ़, मोकामा और नालंदा जैसे स्टेशनों को कनेक्टिविटी दी जाए। इस ट्रेन की शुरुआत के साथ ही अब इन क्षेत्रों के यात्रियों को अपने परिवार तक पहुंचने में कोई दिक्कत नहीं होगी और वे अपने प्रियजनों के साथ आराम से छठ पूजा मना सकेंगे। रेलवे के अधिकारियों का मानना है कि अगर इस ट्रेन को यात्रियों का अच्छा रिस्पॉन्स मिलता है तो भविष्य में इसे नियमित सेवा में भी शामिल किया जा सकता है।
यात्रियों से रेलवे की अपील
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे छठ पूजा के इस विशेष अवसर पर अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए इस सुविधा का सही से उपयोग करें और यात्रा के दौरान कोविड-19 से संबंधित सभी सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करें। रेलवे के अनुसार, यह पहल यात्रियों के सुविधा को ध्यान में रखकर की गई है और इसे सुचारू रूप से चलाने के लिए यात्रीगण रेलवे के नियमों का पालन करें। इस स्पेशल ट्रेन से न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी बल्कि इससे दक्षिण बिहार और मिथिलांचल के बीच एक नई संपर्क सुविधा भी बनेगी। रेलवे की यह पहल बिहार के पर्यटन और यात्रियों की आवाजाही को बढ़ावा देगी। छठ पूजा के अवसर पर रेलवे का यह कदम न केवल यात्रा की सुविधा बढ़ाता है बल्कि यह भी दर्शाता है कि रेलवे यात्रियों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील है और इस पर्व पर उनके घर लौटने के प्रयासों में साथ है